हिमाचल में कौन होगा नया डीजीपी? इस नाम की चर्चा सबसे ज्यादा, मुख्य सचिव के लिए ये IAS अधिकारी सबसे आगे
शिमला में प्रशासनिक फेरबदल की चर्चा तेज है खासकर मुख्य सचिव और डीजीपी (Himachal New DGP) पदों को लेकर। मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू की दिल्ली में आईएएस अधिकारी अनुराधा ठाकुर से मुलाकात के बाद अटकलें और बढ़ गई हैं। वर्तमान में प्रबोध सक्सेना मुख्य सचिव हैं जिनका कार्यकाल 30 सितंबर 2025 तक है। वहीं आईपीएस अधिकारी श्याम भगत नेगी को डीजीपी बनाए जाने की चर्चा है।

अनिल ठाकुर, शिमला। प्रदेश में प्रशासनिक फेरबदल की तैयारी के बीच मुख्य सचिव और डीजीपी पद (DGP New Himachal) को लेकर भी सुगबुगाहट तेज हो गई है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू रविवार को दिल्ली दौरे पर थे।
केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर तैनात हिमाचल कैडर की आइएएस अधिकारी अनुराधा ठाकुर (Anuradha Thakur) ने उनसे मुलाकात की। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री ने ही उन्हें मिलने के लिए बुलाया था। इस मुलाकात को लेकर राज्य में मुख्य सचिव पद को लेकर फिर से चर्चा तेज हो गई है।
मुख्य सचिव को मिला सेवाविस्तार
राज्य के मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना (Prabodh Saxena) को छह माह का सेवाविस्तार मिला है। 30 सितंबर, 2025 तक वह इस पद रहेंगे। मुख्य सचिव के पद पर बदलाव होता है तो वह उसके बाद ही होगा। हिमाचल में वरिष्ठता के आधार पर 1988 बैच के आइएएस अधिकारी संजय गुप्ता (Sanjay Gupta Himachal) पहले स्थान पर हैं।
वह मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार और बिजली बोर्ड के अध्यक्ष का कार्यभार देख रहे हैं। इनके बाद 1993 बैच के अफसर केके पंत हैं। चंबा से संबंध रखने वाले आइएएस अधिकारी ओंकार शर्मा 1994 बैच के हैं। अनुराधा ठाकुर भी इसी बैच की अधिकारी हैं।
पूर्व सरकार के समय आरडी धीमान को मुख्य सचिव बनाए जाने पर संजय गुप्ता सहित राम सुभग सिंह और निशा सिंह को मुख्यमंत्री का प्रधान सलाहकार नियुक्त किया था। राम सुभग सिंह और निशा सिंह सेवानिवृत्त हो चुके हैं।
श्याम भगत नेगी बन सकते हैं डीजीपी
सरकार ने संजय गुप्ता को सुपरसीड कर प्रबोध सक्सेना को मुख्य सचिव बनाया है। हिमाचल कैडर के 1990 बैच के आइपीएस अधिकारी श्याम भगत नेगी को डीजीपी बनाए जाने की भी चर्चा है। वह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर थे।
केंद्रीय कार्मिक विभाग की अपाइंटमेंट कमेटी ऑफ कैबिनेट ने मंगलवार नेगी को उनके मूल कैडर में वापस भेजने की मंजूरी दे दी है। वर्तमान में वह कैबिनेट सचिवालय में विशेष सचिव के पद पर तैनात हैं। श्याम भगत नेगी काफी समय से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर थे।
डीजीपी पद के लिए तीन अधिकारियों के नाम का पैनल
राज्य में अभी 1993 बैच के आइपीएस अधिकारी अशोक तिवारी को सरकार ने कार्यकारी डीजीपी लगाया है। पूर्व डीजीपी डा. अतुल वर्मा की सेवानिवृत्ति के बाद सरकार ने अशोक तिवारी को अतिरिक्त कार्यभार सौंपा है।
सरकार ने मई में नए डीजीपी के लिए तीन अधिकारियों के नामों का पैनल तैयार किया था। इसमें श्याम भगत नेगी के अलावा उत्तर प्रदेश के अशोक तिवारी और हरियाणा के राकेश अग्रवाल शामिल हैं। वरिष्ठता में श्याम भगत नेगी सबसे आगे हैं। वह 1990 बैच अधिकारी हैं।
31 मार्च, 2026 को सेवानिवृत्त होंगे। यदि सरकार उन्हें डीजीपी बनाती है तो वह लगभग आठ महीने तक इस पद पर रहेंगे। इसके बाद वरिष्ठता में 1990 बैच के अनुराग गर्ग हैं। वह अभी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के डीजी हैं। इसके बाद 1993 बैच के आइपीएस अधिकारी अशोक तिवारी हैं।
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