शिमला में खत्म हो जाएगा जाम का झंझट, वीकेंड पर भी नहीं लगेगा जाम; पर्यटकों की राह आसान कर देगा नगर निगम
शिमला में ट्रैफिक जाम से निपटने के लिए पुलिस एक योजना बना रही है जिसमें शहर के बाहर से आने वाली बसों को पुराने बस स्टैंड की बजाय सीधे आईएसबीटी भेजने का प्रस्ताव है। लोगों से सुझाव लिए जा रहे हैं जिसमें ऊपरी शिमला से आने वाली बसों को भी शहर में प्रवेश न करने देने की बात शामिल है।

जागरण संवाददाता, शिमला। राजधानी शिमला में शहर के बाहर से आने वाली बसों की पुराना बस स्टैंड में एंट्री बंद हो सकती है। शहर के 40 किलोमीटर के बाहर से आने वाली बसों को पुराना बस स्टैंड की बजाए सीधे आइएसबीटी भेजा जा सकता है। शहर में ट्रैफिक जाम से निपटने के लिए शिमला पुलिस की ओर से एक प्लान तैयार किया जा रहा है। इसके लिए शहर के विभिन्न लोगों से सुझाव भी आए हैं।
इनमें से एक सुझाव 40 किलोमीटर के बाहर से आने वाली बसों को सीधे ISBT भेजना का भी है। वहीं इस व्यवस्था के लिए नियम पहले से भी अधिसूचित है। शहर में ट्रैफिक जाम से निपटने के लिए लोगों की ओर से विभिन्न सुझाव लोगों को प्राप्त हो रहे है। इनमें ऊपरी शिमला से आने वाली बड़ी बसों को भी शहर में प्रवेश किए बिना आईएसबीटी भेजने का सुझाव है।
5 मई से बसें नहीं चलाने का था आदेश
बता दें कि शिमला शहर के निजी बस संचालकों ने ट्रैफिक जाम से परेशान होकर 5 मई से बसें नहीं चलाने का ऐलान किया था। इसके बाद निजी बस संचालकों के साथ जिला प्रशासन की ओर से एक बैठक की गई थी। इसमें पुलिस के अधिकारी भी मौजूद थे।
इसके बाद जिला उपायुक्त शिमला की ओर से 15 दिनों के अंदर ट्रैफिक से छुटकारा पाने के लिए एक प्लान तैयार करने का आश्वासन शहर के बस संचालकों को दिया गया था। इसके बाद ट्रैफिक प्लान तैयार करने लिए तैयारियां चल रही है। लोगों के सुझाव के बाद पुलिस की ओर से प्लान तैयार किया जा रहा है। इसके बाद यह प्लान जिला प्रशासन को क्रियान्वयन के लिए सौंप दिया जाएगा।
सड़क किनारे अवैध रूप से लगाई गाड़ियां भी हटेगी
शिमला शहर में सड़क किनारे अवैध रूप से पार्क गाड़ियों को भी शिमला पुलिस हटा रही है। इसके लिए पुलिस की ओर से लोगों को चेतावनी पत्र भी जारी किए गए है। इसके बावजूद भी अगर कोई अवैध रूप से पार्क गाड़ी को नहीं हटाता है तो फिर शिमला पुलिस की ओर चालान भी किए जा रहे है। ढली संजौली बाईपास में पार्क बसों को हटाने के लिए भी परिवहन विभाग एवं आरएम शिमला को पत्र लिखा गया है।
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