Shimla Tourism: शिमला जाने वाली सड़कों का कैसा है हाल? पर्यटन कारोबारी ने कर दिया क्लियर
शिमला में मौसम खुलने के बाद पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई है जिससे पर्यटन कारोबार को बढ़ावा मिला है। सप्ताहांत में ऑक्यूपेंसी 35-40% तक पहुंच गई है। कारोबारियों को नवरात्रि में श्रद्धालुओं के आने से राहत मिलने की उम्मीद है। भारी वर्षा और भूस्खलन के कारण पर्यटन प्रभावित हुआ था लेकिन अब स्थिति सामान्य होने से कारोबार में तेजी की संभावना है।

जागरण संवाददाता, शिमला। शिमला में मौसम खुलने के बाद अब पर्यटकों की संख्या बढ़ने लगी है। इससे ढाई माह से ठप पर्यटन कारोबार में तेजी आने की उम्मीद है। इस सप्ताहांत पर भी शिमला में पर्यटकों की अच्छी भीड़ रही। पहले जहां सप्ताहांत पर भी पर्यटक न के बराबर थे, वहीं अब इस सप्ताहांत पर शिमला में आक्यूपेंसी 35 से 40 प्रतिशत तक पहुंच गई। इससे पर्यटन कारोबारियों ने राहत की सांस ली है। उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले एक सप्ताह में पर्यटकों की संख्या और बढ़ेगी।
पर्यटन कारोबारियों का कहना है नवरात्र के लिए बंगाल से हजारों श्रद्धालु शिमला के कालीबाड़ी मंदिर में माता के दर्शन करने के लिए आते हैं। इनके आने से राहत मिलने की संभावना है। लगातार वर्षा के कारण शिमला में भूस्खलन की घटनाओं के बाद पर्यटकों ने पहाड़ों का रुख करना बंद कर दिया था।
भारी वर्षा से पर्यटन कारोबार प्रभावित हो गया था। इससे पर्यटन कारोबारियों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। होटल कारोबारियों के अलावा टैक्सी संचालकों, होम स्टे संचालकों, टूरिस्ट गाइड, फोटोग्राफर, घोड़ा चालक के अलावा पर्यटन कारोबार से जुड़े अन्य लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।
शिमला के पर्यटन कारोबारी विनोद ठाकुर का कहना है कि जिला के अन्य क्षेत्रों में जहां अभी सड़कों की हालत ठीक नहीं है, तो वहीं शिमला में हालात सामान्य है। ऐसे में सैलानियों को शिमला पहुंचने में आसानी हो रही है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि प्रदेश के अन्य जगहों की बजाए सैलानी शिमला का रुख कर सकते है। ऐसे में शिमला में पर्यटन कारोबार में तेजी आने के आसार है। उन्होंने बताया कि बरसात के बाद मौसम खुलने से शिमला में पर्यटन कारोबार में तेजी आने की संभावना है।
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