Himachal News: आवारा कुत्तों को बचाने के लिए रोकना पड़ा राज्यपाल का काफिला, दो महीने में 50 लोगों को काटा
शिमला में आवारा कुत्तों की समस्या से निपटने के लिए नगर निगम ने कई योजनाएं बनाई हैं लेकिन वे प्रभावी रूप से लागू नहीं हो पा रही हैं। हाल ही में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल के काफिले को भी कुत्तों के झुंड के कारण रोकना पड़ा। नगर निगम अब आवारा कुत्तों के वैक्सीनेशन की मुहिम चलाने की योजना बना रहा है जिसका प्रस्ताव मासिक बैठक में लाया जाएगा।

जागरण संवाददाता, शिमला। राजधानी शिमला में आवारा कुत्तों से निपटने के लिए नगर निगम ने योजनाएं तो कई बनाई हैं लेकिन जमीनी स्तर पर नहीं दिख रही हैं। शहर में अब तो वीआइपी काफिलों को भी आवारा कुत्तों के झुंड के चलते रोकना पड़ रहा है।
बुधवार को मालरोड से गुजरते हुए राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल के वाहनों के काफिले को रोकना पड़ा। कुत्तों को बचाने के लिए ब्रेक लगानी पड़ी। रिज मैदान और मालरोड पर कुत्तों के झुंड सड़क पर बैठे रहते हैं। बुधवार को नगर निगम के मेयर सुरेंद्र चौहान ने स्वयंसेवी संस्था के साथ बैठक की।
इसमें शहर के सभी आवारा कुत्तों को वैक्सीनेशन की मुहिम चलाने का निर्णय लिया। इसका प्रस्ताव निगम की मासिक बैठक में लाया जाना प्रस्तावित है। शहर में कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ रहा है। इसका सबसे ज्यादा खामियाजा छोटे बच्चों, महिलाओं व बुजुर्गों को उठाना पड़ रहा है।
आवारा कुत्तों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए उनकी नसबंदी का अभियान चलाया है। अब वैक्सीनेशन का अभियान चलाया जाना है। मासिक बैठक में इसका प्रस्ताव मंजूरी के लिए लाया जाएगा। इसको लेकर आज ही बैठक हुई है।
-सुरेंद्र चौहान, मेयर नगर निगम शिमला।
दो माह में 50 लोगों को काटा
दो महीने में शहर व उपनगरों में आवारा कुत्तों ने 50 से ज्यादा लोगों को काटा है। इसमें एक बच्चे को तो गंभीर रूप से ढली में घायल कर दिया था। कई बार शहर में पर्यटक भी कुत्तों का शिकार बनते हैं।
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