शिमला: ढली मंडी में 205 रुपये प्रति किलो बिका मटर, बारिश और त्योहारी सीजन से किसानों की चमकी किस्मत
शिमला की ढली सब्जी मंडी में मटर 205 रुपये प्रति किलो बिका। ठियोग के बलग क्षेत्र से आए मटर की गुणवत्ता अच्छी थी। बारिश के कारण उत्पादन कम होने और त्योहारी सीजन में मांग बढ़ने से किसानों को मटर का अच्छा दाम मिल रहा है। किसानों को इस बार मटर की फसल से अच्छी कमाई हो रही है और वे खुश हैं।

जागरण संवाददाता, शिमला। राजधानी शिमला की ढली सब्जी मंडी में बुधवार को 205 रुपए किलो के हिसाब से मटर बिका। इतने अधिक दाम पर मटर की फसल बिकने से किसानों की चांदी हो गई है। इस वर्ष पहली बार इतनी ज्यादा कीमत पर किसानों का मंडियों में मटर बिका है।
ढली सब्जी मंडी के आढ़तियों का कहना है कि ठियोग के बलग क्षेत्र से मंडी में मटर पहुंचा था। मटर अच्छी गुणवत्ता का था। मंडियों में मटर की आपूर्ति कम और मांग अधिक होने के कारण किसानों को मटर का अच्छा रेट मिल रहा है।
हालांकि इससे पहले स्पीति एवं किन्नौर से भी ढली की सब्जी मंडी में मटर पहुंच रहा था, लेकिन उसकी गुणवत्ता कम होने के कारण मंडियों में उसे अच्छे दाम नहीं मिल पा रहे थे। यह मटर 70 से 100 रुपए तक ही बिक रहा था। आढतियों एवं किसानों का कहना है कि इस बार ज्यादा बारिश के कारण मटर का उत्पादन काफी कम हुआ है।
ज्यादातर क्षेत्रों में मटर की फसल तैयार ही नहीं हो पाई थी। बिजाई के समय ही कई किसानों का मटर खराब हो गया था। इसके कारण पिछले वर्षों के मुकाबले में मटर का उत्पादन काफी कम है, जबकि मांग बढ़ती जा रही है। इसके कारण मटर के दामों में काफी उछाल है। जिन किसानों का मटर तैयार हो गया है। उनके किसानों को उनके अच्छे दाम मिल रहे है। मटर के अच्छे दाम मिलने से किसान भी खुश है।
आढ़तियों का कहना है कि इन दिनों त्योहारी सीजन चल रहा है। त्योहारी सीजन में मटर की अच्छी खासी मांग रहती है। आने वाले दिनों में भी मटर की डिमांड बरकार रहने वाली है। ऐसे में मटर के दाम अभी कुछ दिनों तक बरकरार रह सकते है। इससे शिमला के किसानों को फायदा मिलने की संभावना है।
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