Shimla News: अप्रैल के सूरज पर बादलों का घेरा,ओलावृष्टि व हिमपात से हो रहा दिसंबर जैसी ठंड का अहसास
Shimla News शिमला में अप्रैल के सूरज को बादलों ने घेर रखा है। ओलावृष्टि व हिमपात से दिसंबर जैसी ठंड का अहसास हो रहा है। लोगों को गर्म कपड़े पहनने पड़ रहे हैं। मौसम में परिवर्तन कृषि व बागवानी के साथ लोगों के स्वास्थ्य पर भी भारी पड़ रहा है।

यादवेन्द्र शर्मा, शिमला: अप्रैल में सूरज की तपिश लोगों को परेशान करती है। इस बार हिमाचल में अप्रैल के सूरज पर बादलों का घेरा है। इस माह बेमौसमी वर्षा, ओलावृष्टि व हिमपात से दिसंबर जैसी ठंड का अहसास हो रहा है। लोगों को गर्म कपड़े पहनने पड़ रहे हैं। मौसम में परिवर्तन कृषि व बागवानी के साथ लोगों के स्वास्थ्य पर भी भारी पड़ रहा है। धूप निकलने से गर्मी होने और फिर एकाएक वर्षा व हिमपात से ठंड स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा रही
ठंड से हो रहे लोग बीमार
इससे कई लोग जुकाम व बुखार से पीड़ित हो रहे हैं। सरकारी अस्पतालों में कोरोना टेस्ट अनिवार्य है। इस कारण सरकारी अस्पतालों में कम लोग पहुंच रहे हैं। अधिकतर लोग निजी क्लीनिक से उपचार करवा रहे हैं या मेडिकल स्टोर से दवा ले रहे हैं। प्रदेश में कृषि के साथ बागवानी को अब तक 137.46 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। उत्पादन पर 20 से 30 प्रतिशत तक असर होने का अनुमान है। इसकी रिपोर्ट अभी आएगी।
किसानों का हुआ नुकसान
कृषि विभाग को 111.58 करोड़ रुपये जबकि बागवानी विभाग को 25.88 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। सर्दियों में वर्षा व हिमपात कम होने से कम नमी के कारण सालाना करीब 4.50 हजार करोड़ रुपये की हिमाचल की सेब आर्थिकी पर संकट के बादल मंडरा रहे थे।
अब वर्षा व हिमपात से सेब की फसल को नुकसान हो रहा है। आंधी व ओलावृष्टि से बहुत नुकसान हुआ है। सबसे अधिक नुकसान गेहूं की फसल को हुआ है। गुठलीदार फलों आड़ू, प्लम, खुमानी आदि का उत्पादन करीब 40 प्रतिशत तक प्रभावित होने का अनुमान है।
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