शिमला: नगर निगम मेयर का कार्यकाल बढ़ाने पर हंगामा, महिलाओं सहित कांग्रेस पार्षद भी उतरे विरोध में
शिमला नगर निगम की बैठक में मेयर और उपमेयर का कार्यकाल पांच साल करने पर हंगामा हुआ। भाजपा और कांग्रेस के कई पार्षदों ने विरोध किया, जिससे मेयर और पार्षदों के बीच तीखी बहस हुई। महिला पार्षद के लिए आरक्षित सीट के मुद्दे पर भी कांग्रेस पार्षदों ने सवाल उठाए। अंततः, मेयर और उनके समर्थक बैठक से बाहर चले गए।

नगर निगम शिमला की बैठक में हंगामा करते पार्षद। जागरण
जागरण संवाददाता, शिमला। नगर निगम शिमला के महापौर और उपमहापौर के कार्यकाल को पांच साल करने के मामले को लेकर निगम की मासिक बैठक में वीरवार को जमकर हंगामा हुआ। बैठक में भाजपा के साथ कुछ कांग्रेस के पार्षदों ने भी खुलकर इसका विरोध किया।
भाजपा के पार्षदों ने मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव करवाने की मांग की और इस पर काफी देर हंगामा बैठक में चलता रहा। बैठक में भाजपा पार्षदों और मेयर के बीच में तीखी नोक-झोंक भी देखने को मिली।
मेयर और उनके समर्थक गए बाहर
इसके बाद मेयर और उनके समर्थक बैठक से चले गए। हालांकि भाजपा पार्षद और महिला के लिए मेयर का पद मांगने वाले कांग्रेस पार्षद भी बैठक में ही बैठे रहे।
महिला पार्षद के लिए आरक्षित थी सीट
कांग्रेसी पार्षद कांता ने कहा कि हम सरकार या मेयर सुरेंद्र चौहान के खिलाफ नहीं नहीं है, लेकिन महिला पार्षद के लिए मेयर की सीट आरक्षित थी तो महिला के अधिकार के लिए सरकार और मेयर को भी विचार करना चाहिए था।
यह भी पढ़ें: हिमाचल: 10 दिन में पैराग्लाइडिंग का 5वां हादसा, आखिर क्या है वजह? जालसूजोत से रेस्क्यू किया रूस का पायलट
कांग्रेस के इन पार्षदों ने किया विरोध
इसमें कांग्रेस के पार्षद अंकुश वर्मा, सिम्मी नंदा, नरेंद्र ठाकुर, अतुल कश्यप, चमन, कांता, उर्मिला, राम रतन वर्मा, अनीता, विनीत व कुलदीप ने इसका विरोध किया है।
यह भी पढ़ें: हिमाचल में स्वाइन फ्लू से 21 वर्षीय युवती की मौत, स्वास्थ्य विभाग का अलर्ट, परिवार के सदस्यों के भी सैंपल लिए
https://www.jagran.com/himachal-pradesh/una-swine-flu-claims-young-womans-life-in-himachal-health-alert-40023776.html

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।