Shimla News: रामपुर में धूं-धूं कर जली कपड़े की दुकान, सारा माल जलकर खाक; लाखों का नुकसान
Shimla News अभी तक ये मालूम नहीं हुआ है कि आग की यह घटना कैसे हुई। इस हादसे में अंकित बंसल और रोहित बंसल को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। प्रशासन की ओर से 25-25 हजार रुपये की राहत राशि प्रदान की गई है।
रामपुर बुशहर, संवाद सहयोगी। रामपुर के मुख्य बाजार में अभी रोजमर्रा की तरह कामकाज निपटाने के लिए शुरुआत व्यापारियों की ओर की ही जा रही थी कि शहर में पुरोहित मंदिर के साथ शांति स्वरूप एंड सन्स की कपड़े की दुकान में आग लग गई। आग सुबह करीब आठ बजे लगी। आसपास के लोगों ने धुआं उठते देख राहत एवं बचाव का काम शुरू कर दिया। जल्दी ही घर की दो बुजुर्ग महिलाओं, एक बच्चे को घर से बाहर निकाला गया।
शहर के व्यापारियों ने तुरंत बिजली व अग्निशमन विभाग को सूचना दी। करीब 15 मिनट बाद ही अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों ने दुकान के सामने बने हाईड्रेंट से पानी जोड़ कर आग बुझाने का काम शुरू कर दिया। इसके अलावा विभाग के कर्मचारियों ने पैराडाइस होटल के नीचे से भी पानी की पाइपों को जोड़ा। कुछ ही देर में आग दुकान से होते हुए पहली मंजिल की ओर बढ़ने लगी, लेकिन विभाग के कर्मचारियों व व्यापारियों ने आग को दूसरी मंजिल में जाने से काफी हद तक रोक दिया, लेकिन दुकान में मौजूद सामान को नहीं बचाया जा सका।
अभी तक ये मालूम नहीं हुआ है कि आग की यह घटना कैसे हुई। इस हादसे में अंकित बंसल और रोहित बंसल को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। प्रशासन की ओर से 25-25 हजार रुपये की राहत राशि प्रदान की गई है और राजस्व विभाग की ओर से नुकसान का जायजा लिया जा रहा है। तहसीलदार रामपुर जयचंद और एसडीएम निशांत तोमर भी मौके का जायजा लेने पहुंचे।
उन्होंने राजस्व विभाग को जल्द नुकसान की रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। दो बुजुर्ग महिलाओं को निकाला सुरक्षितआग को भड़कता देख व्यापारियों और परिवार के अन्य सदस्यों ने सबसे पहले बुजुर्ग महिलाओं को सुरक्षित बाहर निकाला। इसके अलावा घर में एक अन्य महिला और बच्चे को भी सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। गनीमत रही कि आग की यह घटना दिन के समय घटी, इससे राहत और बचाव कार्य जल्दी शुरू हो गया, जिससे बड़ा नुकसान होने से बच गया।
घर में रखे सिलेंडर भी निकाले, फटने से भयंकर रूप ले सकती थी आग
जिस दुकान में आग की घटना हुई है, उस दुकान के ऊपर अंकित और रोहित की रिहाइश भी है। घर में कुल चार सिलेंडर मौजूद थे, जिसमें से दो भरे हुए थे और दो इस्तेमाल में थे, लेकिन अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों की मुस्तैदी से सिलेंडरों को घर से बाहर निकालने में कामयाबी मिली। अन्यथा साथ में बने लकड़ी के अन्य मकानों और दुकानों में भी आग भड़क सकती थी।
अग्निशमन विभाग का एक हाईड्रेंट हुआ जाम
आग बुझाते समय दुकान के सामने बने एक हाईड्रेंट में खराबी आ गई। इसके बाद पुलिस चौकी के बाहर से लंबी पाइप खींच कर दोबारा से छिड़काव किया गया। गनीमत रही कि अब तक करीब आग पर काबू पाया लिया गया था। लेकिन स्थानीय लोग सवाल उठा रहे हैं कि अग्निशमन विभाग इन हाईड्रेंट की समय रहते जांच क्यों नहीं करता है। जबकि शहर की हर दुकान व मकान आपस में जुड़ा हुआ है। चार साल पहले विभाग के सभी हाईड्रेंट को अच्छी तरह से दुरुस्त किया गया था।
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