शिमला शहर में वन-वे ट्रैफिक सिस्टम लागू करने की तैयारी, जाम से मिलेगी राहत, ...तो टुटू से चक्कर होकर मिलेगी एंट्री
शिमला में यातायात की समस्या से निपटने के लिए जिला प्रशासन वन-वे ट्रैफिक सिस्टम लागू करने की तैयारी कर रहा है। नए साल से शहर की कई सड़कों पर यह व्यवस्थ ...और पढ़ें

शिमला के उपायुक्त अनुपम कश्यप शहर में वन-वे ट्रैफिक करने की तैयारी में हैं।
जागरण संवाददाता, शिमला। हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े व व्यस्त शहर शिमला में यातायात के बढ़ते दबाव को देखते हुए जिला प्रशासन अब बड़े बदलाव की ओर कदम बढ़ा रहा है। नए साल से शिमला शहर की कई प्रमुख सड़कों पर वन-वे ट्रैफिक सिस्टम लागू करने की तैयारी है।
प्रशासन का मानना है कि इससे रोजाना सुबह व शाम लगने वाले यातायात जाम से यात्रियों को राहत मिलेगी और शहर में वाहनों का आवागमन सुचारू हो सकेगा। खासकर कार्यालयों व स्कूलों के समय होने वाली भीड़ को कम करने में यह योजना महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।
किस तरह काम करेगा वन-वे सिस्टम
प्रशासन के अनुसार यदि यह प्रयोग सफल रहा तो भविष्य में इसे और विस्तारित किया जाएगा। अब सभी की नजरें इस पर टिकी हैं कि शिमला की सड़कों पर वन-वे सिस्टम किस तरह यातायात की तस्वीर बदलता है।
मुख्य संपर्क सड़कें होंगी वन-वे
प्रशासन की ओर से तैयार किए गए प्रारंभिक प्रस्ताव के अनुसार शिमला शहर को जोड़ने वाली कई मुख्य संपर्क सड़कों को वन-वे किया जाएगा। तवी से वाया चक्कर होकर वाहन निकलेंगे जबकि टुटू से वाया चक्कर होकर शहर में प्रवेश होगा। इसी तर्ज पर अन्य रूट भी चिह्नित किए गए हैं ताकि सर्कुलर रोड पर वाहन दबाव को विभाजित कर यातायात को नियंत्रित किया जा सके।
सुझाव व आपत्तियां होंगी पेश
योजना का उद्देश्य शहर के केंद्रीय हिस्सों में अनावश्यक भीड़ को रोकना है। जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यह योजना जनता की भागीदारी के साथ ही लागू की जाएगी। आम नागरिक, टैक्सी यूनियनें व स्थानीय व्यापारी अपने सुझाव और आपत्तियां पेश कर सकेंगे। इसके बाद ही अंतिम ड्राफ्ट को स्वीकृति दी जाएगी।
सुबह व शाम प्रमुख समय अवधि में लागू होगी योजना
वन-वे ट्रैफिक प्लान को रोजाना दो प्रमुख समय अवधि सुबह नौ बजे से 11 बजे तक और शाम पांच बजे से रात सात बजे तक लागू करने की तैयारी है। यह वह समय अवधि है जब स्कूल व कार्यालय से आने-जाने वालों का सबसे अधिक दबाव रहता है। प्रशासन का मानना है कि वन-वे व्यवस्था लागू होने के बाद लोग यातयात जाम में फंसने से बचेंगे और समय पर गंतव्य तक पहुंच पाएंगे।
लोगों को ये होगा लाभ
- यातायात जाम में कमी।
- यात्रा समय में कमी।
- स्कूल व कार्यालय समय में सुचारू मूवमेंट।
- हादसों व अव्यवस्था में कमी।
- सर्कुलर रोड पर वाहन दबाव में कमी।
मास्टर प्लान पर काम कर रहा प्रशासन
शिमला शहर में यातायात जाम से निपटने के लिए प्रशासन मास्टर प्लान पर काम कर रहा है। हमारा लक्ष्य शिमला को यातायात जाम से राहत देना है। वन-वे योजना इसी दिशा में बड़ा कदम है। संभवतः इसे नए साल से लागू कर दिया जाएगा।
-अनुपम कश्यप, उपायुक्त, शिमला।
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