हिमाचल में कॉन्ट्रैक्ट भर्ती पर रोक से भर्तियां अटकीं, कब आएंगे नए आदेश; जयराम ठाकुर ने उठाए सवाल
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश सरकार की अनुबंध भर्तियों पर रोक लगाने के निर्णय की आलोचना की है। उनका कहना है कि इससे न केवल भविष्य में भर्तियों का रास्ता बंद हो गया है बल्कि पहले से चल रही भर्तियां भी रुक गई हैं। सरकार ने 25 अप्रैल को एक पत्र जारी कर सभी प्रकार की अनुबंध आधारित भर्तियों पर रोक लगा दी है।

जागरण संवाददाता, शिमला। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा है कि सरकार की ओर से अनुबंध भर्तियों पर रोक लगाने से न सिर्फ भविष्य में भर्तियां निकलने का रास्ता बंद हो गया है बल्कि जो भर्तियां रूटीन में चली हैं वे भी रुक गई हैं। सरकार ने एक पत्र लिखकर भर्तियों पर रोक तो लगा दी, लेकिन नई भर्तियां आरंभ करने को लेकर सरकार ने अभी तक कोई आदेश नहीं दिया है।
प्रदेशभर के युवा इंतजार कर रहे हैं कि सरकार नए आदेश जारी करे, ताकि भर्तियां आरंभ हो सकें। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने यहां जारी बयान में कहा, सरकार बताए कि नए आदेश कब तक जारी होंगे।
जिस तरह से सरकार ने लगभग दो साल तक कर्मचारी चयन आयोग को भंग रखकर युवाओं को बेरोजगार रखा। क्या इस तरीके से फिर अनुबंध भर्तियों पर रोक लगाकर सरकार युवाओं को बेरोजगार रखना चाहती है।
युवाओं को बेरोजगार रखने की साजिश
अनुबंध भर्तियों पर इस तरह से रोक लगाकर नौकरियां न देना और युवाओं को बेरोजगार रखना सरकार की साजिश है। उन्होंने कहा, कांग्रेस सरकार पांच लाख नौकरियां पांच साल में देने की गारंटी देकर सत्ता में आई है।
सरकार ने 25 अप्रैल को एक पत्र जारी कर प्रदेश में सभी प्रकार की अनुबंध आधारित भर्तियों पर रोक लगा दी है। एक सप्ताह बीतने के बाद भी यह स्पष्ट नहीं किया है कि आगे भर्तियां कैसे होंगी।
अब सवाल यह है कि युवाओं को रोजगार कैसे मिलेगा। युवाओं को नौकरियां देने के लिए सरकार क्या कदम उठा रही है। सरकार प्रदेश के लोगों को बताए।
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