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    Reckong Peo के एकमात्र अस्पताल में नहीं है सीटी स्कैन मशीन, छह महीनों में 68 मरीज किये गये रेफर

    By narveda kaundalEdited By: Nidhi Vinodiya
    Updated: Thu, 16 Nov 2023 11:12 PM (IST)

    जनजातीय जिला किन्नौर के एकमात्र क्षेत्रीय अस्पताल रिकांग पिओ में सीटी स्कैन मशीन न होने के कारण हर वर्ष सैकड़ों मरीजों को रामपुर व शिमला रेफर किया जात ...और पढ़ें

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    Reckong Peo के एकमात्र अस्पताल में नहीं है सीटी स्कैन मशीन

    समर नेगी, रिकांगपिओ। जनजातीय जिला किन्नौर के एकमात्र क्षेत्रीय अस्पताल रिकांगपिओ में सीटी स्कैन मशीन न होने के कारण हर वर्ष सैकड़ों मरीजों को रामपुर व शिमला रेफर किया जाता है। वीरवार को अस्पताल में रामणी से आए 39 वर्षीय माल दास जोकि भेड़-बकरियों के साथ चारागाह में था कि अचानक पहाड़ी से पत्थर गिरने से उसके सिर पर गंभीर चोट लगी।

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    इस कारण उन्हें क्षेत्रीय अस्पताल रिकांगपिओ में भर्ती किया गया। परंतु सीटी स्कैन मशीन न होने से उसे तुरंत रामपुर स्थित खनेरी अस्पताल रेफर किया गया। सीटी स्कैन मशीन न होने के कारण इस वर्ष अब तक छह महीने में 68 मरीजों को रेफर किया गया है।

    मशीन न होने से मरीजों को करना पड़ रहा रेफर

    किन्नौर जिला का गठन हुए व क्षेत्रीय अस्पताल बने कई वर्ष बीत चुके हैं लेकिन आज तक क्षेत्रीय अस्पताल रिकांगपिओ में सीटी स्कैन मशीन स्थापित न करवा पाना सरकारों पर प्रश्नचिह्न उठाता है। हर वर्ष किन्नौर से हजारों मरीज सीटी स्कैन करवाने के लिए रामपुर, शिमला, सोलन और चंडीगढ़ जाने के लिए मजबूर हैं। डॉक्टरों का कहना है कि सीटी स्कैन मशीन न होने से मरीजों को रेफर करना पड़ता है।

    सिर की चोट, स्पाइन दर्द, पेट की विभिन्न प्रकार के बीमारियों की जांच, गुर्दे में पथरी, कैंसर का स्तर का पता लगाने, हार्ट की समस्या, घुटने की समस्या, छाती का इलाज और रीड की हड्डी का इलाज के साथ ट्यूमर की पहचान करवाने वाले मरीजों को परेशान होकर बाहर का रास्ता देखने को मजबूर होना पड़ता है।

    2024 में क्षेत्रीय अस्पताल रिकांगपिओ में सीटी स्कैन मशीन लगा दी जाएगी ताकि मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।

    -डा. सोनम नेगी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, किन्नौर।