कौन हैं राजीव बिंदल? जिन्हें BJP ने तीसरी बार सौंपेगी हिमाचल की कमान; जानिए उनका राजनीतिक सफर
डॉ. राजीव बिंदल तीसरी बार भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बनेंगे। उनके नाम का प्रस्ताव जयराम ठाकुर समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने रखा। बिंदल पहले भी मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष रह चुके हैं। पार्टी हाईकमान ने उनके संगठन कौशल पर विश्वास जताया है। 2027 के विधानसभा चुनाव उनके नेतृत्व में लड़े जाएंगे। पर्यवेक्षक के रूप में सौदान सिंह नामांकन प्रक्रिया के दौरान उपस्थित रहे।

जागरण संवाददाता, शिमला। संगठन कौशल में माहिर डॉ. राजीव बिंदल तीसरी बार भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बनेंगे। प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के लिए सोमवार को नामांकन किए गए। संगठन के चुनाव अधिकारी डॉ. राजीव भारद्वाज के समक्ष केवल बिंदल ने नामांकन किया।
राष्ट्रीय परिषद के आठ सदस्यों का भी नामांकन हुआ है। इनके चयन की औपचारिक घोषणा मंगलवार सुबह 11 बजे शिमला के पीटरहाफ में केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह करेंगे।
बिंदल को पार्टी ने तीसरी बार कमान सौंपने का निर्णय लिया है। 2027 के विधानसभा चुनाव नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में होने हैं, ऐसे में हाईकमान ने उनके संगठन कौशल पर विश्वास जताया है। संतुलन बैठाने में और नाम भी बेहतर हो सकते थे, लेकिन बिंदल का संगठन कौशल सब पर भारी पड़ा।
चुनाव अधिकारी डॉ. राजीव भारद्वाज ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष के लिए डॉ. राजीव बिंदल के नाम के तीन सेट प्राप्त हुए।
इनका अनुमोदन नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और समस्त विधायक दल, पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर समस्त लोकसभा और राज्यसभा सदस्य व पूर्व प्रदेश अध्यक्षों, पूर्व मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता गोविंद ठाकुर एवं भाजपा प्रदेश पदाधिकारियों ने किया। सोमवार दोपहर 12 से दो बजे तक नामांकन की प्रक्रिया चली।
भाजपा राष्ट्रीय परिषद के पदेन सदस्य
डा. राजीव भारद्वाज ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, सभी सांसद (पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, सुरेश कश्यप, कंगना रनौत, राजीव भारद्वाज, इंदु गोस्वामी, डा. सिकंदर कुमार और हर्ष महाजन) राष्ट्रीय परिषद के पदेन सदस्य होंगे।
राष्ट्रीय परिषद सदस्य के लिए इन्होंने किया नामांकन
राष्ट्रीय परिषद के सदस्य के लिए आठ नामांकन प्राप्त हुए। इनमें वरिष्ठ नेता गोविंद ठाकुर, महामंत्री बिहारी लाल शर्मा, महामंत्री त्रिलोक कपूर, पवन काजल, रश्मिधर सूद, पायल वैद्य, डा. राजीव सैजल व संजीव कटवाल शामिल हैं।
सौदान सिंह, श्रीकांत शर्मा व संजय टंडन रहे मौजूद
नामांकन प्रक्रिया के दौरान पर्यवेक्षक के रूप में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह उपस्थित रहे। प्रदेश प्रभारी श्रीकांत शर्मा एवं सहप्रभारी संजय टंडन उपस्थित रहे। संजीव कटवाल व डा. राजीव सैजल सहचुनाव अधिकारी थे।
डॉ. बिंदल का राजनीतिक सफर
डा. राजीव बिंदल ने राजनीतिक सफर सोलन जिला के नगर परिषद के अध्यक्ष के तौर पर 1995 में शुरू किया था। 2000 में उन्होंने पहली बार सोलन से विधानसभा का उपचुनाव लड़ा और जीत हासिल की। 2003 और 2007 में भी जीते। प्रेम कुमार धूमल के नेतृत्व में रही भाजपा सरकार में स्वास्थ्य मंत्री बने।
परिसीमन के बाद इन्होंने नाहन से चुनाव लड़ा। नाहन से 2012 और 2017 का चुनाव जीता। 2022 में कांग्रेस प्रत्याशी अजय सोलंकी के हाथों हार झेलनी पड़ी। हिमाचल में मंत्री रहने के साथ विधानसभा अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
विधानसभा अध्यक्ष के तौर पर इनका कार्यकाल लगभग दो साल का रहा है। 2020 में पांच माह और 2023 से अब तक भाजपा प्रदेशाध्यक्ष रहे।
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