हिमाचल में बारिश और भूस्खलन ने मचाई तबाही, अब तक 85 लोगों की हो चुकी है मौत; आज इन जिलों में बरसेंगे मेघ
मौसम विभाग के अनुसार अगले पांच दिनों तक हिमाचल प्रदेश में भारी वर्षा की संभावना नहीं है हालांकि कुछ जिलों में हल्की बारिश हो सकती है। बीते सप्ताह में सामान्य से 18 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। मानसून ट्रफ लाइन के कारण वर्षा कम हो रही है। प्रदेश में मानसून के दौरान 85 लोगों की जान गई है और 718 करोड़ की संपत्ति का नुकसान हुआ है।

राज्य ब्यूरो, शिमला। मौसम विभाग के अनुसार, अगले पांच दिन ज्यादा वर्षा होने के आसार नहीं हैं। वीरवार को ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, कांगड़ा, मंडी, सोलन और सिरमौर जिला में हल्की बारिश हो सकती है। शुक्रवार को भी इन जिलों में हल्की बारिश की संभावना है। मानसून कुछ कमजोर पड़ा है। बीते सप्ताह के दौरान सामान्य से 18 प्रतिशत कम वर्षा हुई है।
प्रदेश में पहली से आठ जुलाई के बीच औसतन 47.4 मिलीमीटर सामान्य वर्षा होती है, लेकिन इस बार 38.8 मिलीमीटर बादल बरसे हैं। लाहुल स्पीति जिला में वर्षा नहीं हुई है। चंबा में सामान्य से 59 प्रतिशत कम, कुल्लू में 46 प्रतिशत, किन्नौर में 42 प्रतिशत, कांगड़ा में नौ प्रतिशत और शिमला में सामान्य से छह प्रतिशत कम बादल बरसे हैं। इसके विपरीत ऊना जिला में सामान्य से 91 प्रतिशत ज्यादा, मंडी में 22 प्रतिशत, सिरमौर में 13 प्रतिशत, बिलासपुर में 25 प्रतिशत व हमीरपुर में सामान्य से 19 प्रतिशत ज्यादा वर्षा हुई।
इस मानसून सीजन में 85 लोगों की मौत प्रदेश में अब तक मानसून में 85 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें भूस्खलन से एक, बाढ़ में आठ, बादल फटने से 14, पानी में डूबने से नौ, आग से एक, सांप के डसने से तीन, बिजली के करंट से तीन, ऊंचाई से गिरने से 10 तथा चार की अन्य कारणों से जान गई है। 31 की मौत सड़क हादसों में हुई है। 30 लोग लापता हैं।
अब तक 718 करोड़ की सरकारी व निजी संपत्ति तबाह हो चुकी है। 200 बच्चे नहीं पहुंच पाए थल्ली स्कूल चंबा जिला के तीसा उपमंडल की थल्ली व गडफरी पंचायत को जोड़ने वाले पंगोला नाला में मंगलवार को बादल फटने से आई बाढ़ से थल्ली-गडफरी मार्ग बहने से लोगों को आवाजाही में दिक्कत हो रही है। रास्ता बहने के कारण बुधवार को 200 बच्चे थल्ली विद्यालय में नहीं पहुंच पाए।
मानसून ट्रफ लाइन की वजह से कम वर्षा
मौसम विभाग के अनुसार, बरसात के दिनों में बारिश का कारक माने जाने वाला मानसून ट्रफ लाइन उत्तर की तरफ बढ़ने के बजाय दक्षिण की तरफ बढ़ने के संकेत दे रहा है। इस वजह से हिमाचल में वर्षा कम हो रही है।
मानसून ट्रफ उत्तर-पश्चिम भारत से बंगाल की खाड़ी तक फैला एक निम्न दबाव क्षेत्र है। यह नमी को बनाए रखने में मदद करता है और मानसून को आगे बढ़ाकर वर्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। मानसून की ट्रफ लाइन बादलों के निर्माण और वर्षा को भी बढ़ावा देती है।
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