Himachal News: किन्नौर वैकल्पिक मार्ग पर गरमाई राजनीति, मंत्री और भाजपा नेता आमने-सामने
किन्नौर में निगुलसरी भूस्खलन प्रभावित मार्ग पर वैकल्पिक सड़क को लेकर राजनीति गरमा गई है। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी और भाजपा नेता सूरत सिंह नेगी आमने-सामने हैं। भाजपा नेता ने सड़क के लिए बजट स्वीकृति का दावा किया जबकि मंत्री ने इसका खंडन किया। इससे जनता में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है और आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है।

संवाद सहयोगी, रिकांगपिओ (शिमला)। जिला किन्नौर में निगुलसरी भूस्खलन प्रभावित मार्ग का मुद्दा एक बार फिर राजनीतिक बहस का केंद्र बन गया है। वैकल्पिक सड़क निर्माण को लेकर राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी और भाजपा नेता सूरत सिंह नेगी आमने-सामने आ गए हैं।
निगुलसरी मार्ग बार-बार भूस्खलन से अवरुद्ध होने के कारण जिला की जनता, पर्यटकों, व्यापारियों और कारोबारियों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इस कारण लंबे समय से वैकल्पिक मार्ग की मांग उठती रही है, लेकिन अब तक समाधान नहीं हो पाया है।
सूरत सिंह नेगी ने मंगलवार को प्रेस वार्ता में दावा किया कि वर्ष 2022 में भाजपा सरकार ने भावानगर से बड़ा कंबा तक वैकल्पिक सड़क निर्माण के लिए 11.77 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी थी। यह परियोजना जनजातीय क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत वित्त वर्ष 2022-23 में मंजूर की गई थी।
दूसरी ओर, राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने इन दावों को पूरी तरह खारिज करते हुए कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में वैकल्पिक मार्ग के लिए न तो बजट स्वीकृत हुआ था और न ही इसके लिए कोई राशि उपलब्ध करवाई गई थी।
मंत्री के इस बयान के बाद सूरत नेगी ने प्रशासनिक अप्रूवल का नोटिफिकेशन जनता के सामने पेश कर सरकार के दावों पर सवाल खड़े किए। उन्होंने मंत्री पर किन्नौर की जनता को गुमराह करने और झूठ फैलाने का आरोप भी लगाया।
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