Himachal News : शिमला में लगाए जा रहे नए पानी के मीटर, खराब होने पर भरने पड़ेंगे 3200 रुपये
शिमला शहर में पानी के पुराने मीटरों को बदलने का काम चल रहा है जिसके तहत अब तक 26 हजार मीटर बदले जा चुके हैं। नए मीटरों में जीपीएस तकनीक का इस्तेमाल किया गया है जिससे ऑनलाइन रीडिंग ली जा सकेगी और उपभोक्ताओं को उनके मोबाइल पर बिल की जानकारी मिल जाएगी। मीटर खराब होने पर उपभोक्ताओं को 3200 रुपये देने होंगे।

जागरण संवाददाता, शिमला। राजधानी शिमला में पानी के नए मीटर लगाए जा रहे है। अगर यह मीटर खराब होता है तो फिर इस बदलने के लिए कंपनी 3200 रुपये वसूल करेगी। शिमला शहर में पानी के नए मीटर लगाने का काम चल रहा है। शहर में अभी तक 26 हजार पुराने मीटर बदले जा चुके है।
शिमला शहर में पानी के 50 हजार कनेक्शन है। ऐसे में 50 फीसदी मीटर ही अभी तक बदले गए हैं, जबकि बाकि बचे मीटरों को बदलने का काम चल रहा है। बताया जा रहा है कि इन पानी मीटर को नई तकनीक से बनाया गया है इसके मुताबिक पानी के मेट्रो से रीडिंग लेने के लिए अब कंपनी के कर्मचारियों को घर नहीं जाना पड़ेगा। वह ऑनलाइन इसे देख सकेंगे।
ऐसे मीटर की लागत में उपभोक्ता को लगाए जा रहे हैं। कंपनी जीपीएस युक्त स्मार्ट मीटर लगा रहा है। इन मीटरों की रिडिंग के लिए कंपनी के पास अपना सॉफ्टवेयर होगा और मीटर रिंडिंग होते ही उपभोक्ता को रजिस्टर मोबाइल नंबर पर मैसेज आएगा।
इसके साथ ही उसी समय शिमला जल प्रबंधन निगम के पोर्टल में भी बिल अपडेट होगा। वहीं, एक सप्ताह के अंदर शहरवासियों को बिल की हार्ड कापी भी मिल जाएगी। इसके अलावा पानी की मीटर रीडिंग के दौरान फोटो उपलबध होगी, इससे यह भी पता चल पाएगा कि वास्तव में कितन उपभोक्ता द्वारा उपभोग किया गया है। इस स्थिति में पानी का बिल कम या ज्यादा होने की संभावना नहीं रहेगी।
नगर निगम शिमला के महापौर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि शहर में हर घर में पहुंच पाए और पानी की मीटरिंग की जाए। इसके लिए विश्व बैंक के साथ करार हुआ है। इसी दिशा में काम किया जा रहा है। शहर में लगे लोगों को पानी की सप्लाई बेहतर मिल सके और मीटिंग के आधार पर लोगों को बिलिंग भी हो इस दिशा में काम किया जा रहा है। नए मीटर लगने के बाद पानी के गलत बिल आने की संभावना भी कम हो जाएगी।
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