Himachal News: हिमकेयर में 31 जुलाई तक बनेंगे नए कार्ड, परिवार को सालाना मिलेगा पांच लाख कैशलेस उपचार
हिमाचल प्रदेश में हिमकेयर कार्ड बनवाने और नवीनीकरण के नियमों में बदलाव हुआ है। अब नए कार्ड 31 जुलाई तक ही बनेंगे जिसके बाद साल में चार बार पोर्टल खुलेगा। वार्षिक शुल्क देने पर 5 लाख तक का मुफ्त इलाज मिलेगा। लाभार्थियों को यह लिखकर देना होगा कि वे किसी अन्य सरकारी योजना का लाभ नहीं ले रहे।

राज्य ब्यूरो, शिमला। हिमकेयर के नए कार्ड अब 31 जुलाई तक ही बनेंगे और उसके बाद हर तीन महीने के बाद ही कार्ड बनाए जा सकेंगे। सालाना 365 रुपये और एक हजार रुपये देने पर ही हिमकेयर के तहत कैशलेस पांच लाख रुपये तक निश्शुल्क उपचार सुविधा मिलेगी।
जुलाई के बाद नई व्यवस्था को लागू कर दिया जाएगा जिसके तहत साल में मार्च, जून, सितंबर और दिसंबर की पहली तारीख को पोर्टल खुलेगा और पूरे माह खुला रहेगा। इन चार माह में ही हिमकेयर के तहत नए कार्ड बनाए और उनका नवीनीकरण हो सकेगा।
हालांकि जिनके पहले से हिमकेयर कार्ड बने हैं और उसकी अवधी के समाप्त होने के दौरान निर्धारित समय अवधि के दौरान कभी भी कार्ड क नवीनीकरण करवाया जा सकेगा। हालांकि समय पर कार्ड का नवीनीकरण न करवाने पर इन्हीं चार माह में नवीनीकरण होगा।
हिमकार्ड के तहत लाभ लेने वाले को ये लिखकर देना होगा कि उसके परिवार का कोई भी सदस्य सरकारी प्रतिपूर्ति योजना यानी मेडिकल रीइंबर्समेंट का लाभ नहीं ले रहा है।
राज्य सरकार ने दिसंबर, 2022 में सत्ता में आने के बाद से हिमकेयर योजना के तहत हिमाचल प्रदेश के 5.80 लाख से अधिक लाभार्थियों को लगभग 810 करोड़ रुपये का लाभ प्रदान किया है।
हिमकेयर योजना को अधिक सशक्त बनाने तथा हिमकेयर कार्ड बनाने की प्रक्रिया को सरल और सुव्यवस्थित करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए, राज्य सरकार ने यह कार्ड इन कार्डों की वैधता एक वर्ष होगी और कार्ड के लिए आवेदन करने के लिए पोर्टल हर तीन महीने बाद खोला जाएगा। पोर्टल प्रत्येक वर्ष मार्च, जून, सितंबर और दिसंबर में एक-एक महीने के लिए खुला रहेगा।
ये है निर्धारित फीस
हिमकेयर कार्ड बीपीएल, मनरेगा, रेहड़ी-फड़ी वालों, अनाथ और जेल कैदियों सहित विभिन्न वर्गों के लिए मुफ्त बनाए जाते हैं।
इस कार्ड के लिए एकल महिलाओं, अनुबंध और आउटसोर्स कर्मचारियों, 40 प्रतिशत और इससे अधिक दिव्यांगजनों, मिड डे मील वर्करों, अंशकालिक श्रमिकों और दैनिक वेतन भोगियों से 365 रुपये शुल्क लिया जाता है। शेष पात्र वर्गों से 1000 रुपये का शुल्क लिया जाता है।
प्रदेश में 5.26 लाख हिमकेयर कार्ड धारक परिवार हैं और इस कार्ड के अंतर्गत एक परिवार के अधिकतम पांच सदस्यों को शामिल किया जाता है। हिमकेयर योजना के तहत कुल 3,227 बीमारियों का कैशलेस निश्शुल्क इलाज किया जाता है।
प्रदेश सरकार के 136 स्वास्थ्य संस्थानों के साथ-साथ पीजीआई चंडीगढ़, सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल चंडीगढ़ और होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं रिसर्च सेंटर (टाटा मेमोरियल सेंटर) चंडीगढ़ में हिमकेयर लाभार्थियों को निश्शुल्क इलाज उपलब्ध करवाया जा रहा है।
इसके अतिरिक्त, राज्य में कार्यरत सभी निजी संस्थानों में हिमकेयर योजना के तहत डायलिसिस सेवाएं निशुल्क दी जा रही हैं।
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