नशे के दलदल में फंसते युवा! हिमाचल समेत 9 राज्यों में नष्ट की गई 22 हजार एकड़ अवैध अफीम की खेती, चौंका देगी NCB की ये रिपोर्ट
एनसीबी की 2024 की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि हिमाचल सहित 9 राज्यों में 22512 एकड़ अवैध अफीम की खेती नष्ट की गई। हिमाचल में भी 2 एकड़ भूमि पर खेती का मामला सामने आया। 2020 से 2024 के बीच कुछ राज्यों में नशीले पदार्थों की जब्ती में कमी आई है लेकिन चिट्टे का चलन बढ़ा है।

राज्य ब्यूरो, शिमला। देश सहित हिमाचल में युवा नशे की चपेट में तेजी से फंस रहे हैं। छह गुणा तक की वृद्धि दर्ज की गई है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी एनएसबी ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट 2024 को जारी कर कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
हालांकि 2023 की वार्षिक रिपोर्ट में कश्मीर और हिमाचल प्रदेश से चरस की तस्करी महाराष्ट्र, राजस्थान, गोवा, गुजरात और भारत के अन्य महानगरों में होने की बात खुलासा किया था। इस बार ऐसा कुछ नई रिपोर्ट में उल्लेख नहीं है। एपसीबी की 2024 की रिपोर्ट के तहत हिमाचल सहित 9 राज्यों में 22,512 एकड़ अवैध अफीम की खेती का पता लगाया गया और उसे नष्ट किया गया।
2020 से 2024 के दौरान मादक पदार्थों की जब्ती में तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड में कमी दर्ज की गई। इन राज्यों में 2021 में सबसे अधिक 8.16 लाख किलो नशीले पदार्थ पकड़े गए। जबकि 2024 में यह घटकर 5.40 लाख किलो रह गई। विशेषज्ञों की माने तो पुराने नशीले पदार्थों की अपेक्षा चिट्टे का चलन सबसे अधिक बढ़ा है और सबसे अधिक मामले दर्ज हो रहे हैं।
2024 में हिमाचल सहित 9 राज्यों में 22,512 एकड़ अवैध अफीम की खेती पकड़ी गई और इसे नष्ट किया गया। इसमें हिमाचल में 2 एकड़ भूमि पर अवैध अफीम की खेती का मामला सामने आया, जिसे नष्ट किया गया।
2024 में राष्ट्रीय नारकोटिक्स हेल्पलाइन पोर्टल मानस पोर्टल पर हिमाचल से कुल 65 शिकायतें दर्ज हुईं। इनमें 18 मामले ड्रग तस्करी के, 3 अवैध खेती के, 21 सामान्य जानकारी व 23 मामले परामर्श व पुनर्वास से जुडे थे।
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