मुझे नेपाल न भेजा तो आत्महत्या कर लूंगी
ममता को नेपाल ले जाने के लिए उसकी मां माया व उसका करीब 30 वर्षीय भाई नेपाल से आया हुआ है। ...और पढ़ें

शिमला, राज्य ब्यूरो। कोटखाई में छात्रा की दुष्कर्म के बाद हत्या मामले में पुलिस लॉकअप में मारे गए आरोपी सूरज की पत्नी ममता ने जिला प्रशासन को पत्र लिखकर उसे नेपाल भेजने की गुहार लगाई है।
ममता ने कहा कि यदि उसे नेपाल नहीं भेजा गया तो वह आत्महत्या कर लेगी। ममता को नेपाल ले जाने के लिए उसकी मां माया व उसका करीब 30 वर्षीय भाई नेपाल से आया हुआ है। मां व भाई गरीबी के बावजूद तीन दिनों से मशोबरा में किराये पर कमरा लेकर रह रहे हैं।
वे इस इंतजार में हैं कि प्रशासन उन पर दया करेगा और नेपाल भिजवा देगा। ममता की मां व भाई को बालिका आश्रम में रहने की अनुमति नहीं है। ऐसे में वे मशोबरा में ही रहकर जिला प्रशासन के आदेश का इंतजार कर रहे हैं। ममता इन दिनों बालिका आश्रम मशोबरा में चार वर्षीय बेटे समीर व सात वर्षीय बेटी के साथ रह रही है। सीबीआइ ने ममता व उसके परिवार के नेपाल जाने पर रोक लगाई है। सूत्रों के अनुसार सूरज की हत्या व कोटखाई दुष्कर्म एवं हत्या मामला सुलझाने को लेकर हिदायत दी गई है जिसके तहत ममता को नेपाल न भेजे जाने को कहा गया है।
सूरज को दुष्कर्म व हत्या मामले में किया था गिरफ्तार
कोटखाई में छात्रा की दुष्कर्म के बाद हत्या मामले में प्रदेश पुलिस की एसआइटी ने आशीष चौहान के अलावा पांच अन्य आरोपियों को हिरासत में लिया था। इनमें नेपाली मूल का सूरज भी शामिल था। सूरज की पुलिस लॉकअप में हत्या कर दी गई थी। इस हत्या के लिए राजू को जिम्मेदार बताया गया था। सीबीआइ ने छह अगस्त को ममता से करीब दो से ढाई घंटे तक मशोबरा में पूछताछ की। सीबीआइ को दिए बयान में ममता ने कहा कि उसका पति निर्दोष था और उसे साजिश के तहत मारा गया है। जिस दिन छात्रा के साथ दुष्कर्म व उसकी हत्या हुई, उस दिन सूरज परिवार के साथ घर पर था।
नेपाल में बीमार हैं पिता
ममता ने जिला प्रशासन को लिखे पत्र में कहा कि अब उसका शिमला में कोई नहीं है। उसके पति की हत्या कर दी गई है और वह यहां नहीं रहना चाहती है। उसके पिता नेपाल में बीमार हैं और उनकी हालत नाजुक है। ऐसे में वह अपने पिता के पास न जा सके तो इससे दुखद क्या होगा।

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