Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जयराम ठाकुर ने शिक्षा बोर्ड की पुस्तिका पर घेरी सरकार, 72 पेज की बुकलेट में 40 पर सिर्फ कांग्रेस नेताओं की बधाई

    By Rohit Sharma Edited By: Rajesh Sharma
    Updated: Sun, 23 Nov 2025 05:41 PM (IST)

    नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने हिमाचल सरकार पर शिक्षा व्यवस्था का कांग्रेसीकरण करने का आरोप लगाया है। उन्होंने शिक्षा बोर्ड द्वारा प्रकाशित पुस्तिका में महात्मा गांधी और सरदार पटेल का उल्लेख न होने पर सवाल उठाए। ठाकुर ने कहा कि 72 पेज की पुस्तिका में 40 पेज कांग्रेस नेताओं के संदेशों से भरे हैं, जबकि शिक्षा मंत्री का संदेश गायब है। उन्होंने सरकार पर राजनीतिक आकाओं को खुश करने का आरोप लगाया।

    Hero Image

    हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर। जागरण आर्काइव

    जागरण संवाददाता, शिमला। हिमाचल प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को पतन की तरफ ले जाने और उसके कांग्रेसीकरण करने की है।

    अगर मुख्यमंत्री और सुख की सरकार शिक्षा के क्षेत्र में कुछ कर सकती है तो वह शिक्षा का रोजगारोन्मुखी बनाएं तो बेहतर होगा। शिक्षा का कांग्रेसीकरण हम नहीं करने देंगे। 

    सत्ता में आने के बाद से 3 साल में ही लगभग 2000 शिक्षण संस्थानों पर ताला लगाने वाली सरकार के मुंह से शिक्षा व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण की बात निकलनी चाहिए, लेकिन जिम्मेदार लोग शिक्षा के कांग्रेसीकरण की बात करते हैं जो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।

    हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड प्रदेश के छात्रों के शैक्षणिक योग्यता को परखने का माध्यम है, हिमाचल के नेताओं के अपनी ब्रांडिंग और आलाकमान की चाटुकारिता करने का नहीं। 

    दुर्भाग्यवश यह पुस्तिका भी राजकीय प्रिंटिंग प्रेस के अलावा अन्यत्र जगह से प्रकाशित है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बाल दिवस पर हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड द्वारा एक पुस्तिका प्रकाशित करवाई गई। उस पुस्तिका को भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के बारे में लिखे जाने का दावा किया गया है। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    महात्मा गांधी और पटेल को नहीं स्थान

    इस पुस्तक को देखकर लगता है कि साहित्यिक नैतिकता को ताक पर रख दिया है। महान विचारकों के कथन को क्रेडिट तक नहीं दिया है। अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी का नाम पूरी पुस्तक में नहीं है। राष्ट्रीय एकता के प्रतीक लौह पुरुष सरदार पटेल का जिक्र भी नहीं है। जिनके बिना आधुनिक भारत का जिक्र भी बेमानी है। पुस्तिका या उसके चैप्टर के लेखक का नाम तक नहीं लिखा गया है।

    शिक्षा मंत्री का संदेश गायब

    नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हैरानी की बात यह है कि 72 पेज की उस पुस्तिका में 40 पेज कांग्रेस के नेताओं की शुभकामना संदेश से भरे हुए हैं। उससे भी हैरानी की बात यह है कि इस पूरी पुस्तिका में प्रदेश के शिक्षा मंत्री का संदेश कहीं नजर नहीं आ रहा है। इस पुस्तिका में शिक्षा विभाग के सचिव, निदेशक आदि के भी बधाई संदेश को स्थान नहीं मिल पाया है लेकिन कांग्रेस के महासचिव, कांग्रेस आलाकमान के खास नेताओं के बधाई संदेश प्रमुखता से प्रकाशित हैं।

    गनीमत है कि पुस्तिका में कांग्रेस ने चुनाव चिह्न नहीं डाला

    ऐसे में सवाल उठता है कि क्या हिमाचल प्रदेश के पैसे से सरकार में बैठे कुछ लोग अपने राजनीतिक आकाओं को खुश करने की जुगत लगा रहे हैं। गनीमत यह है कि पुस्तिका में कांग्रेस ने चुनाव चिह्न नहीं डाला।