सावधान! हिमाचल के लोगों के लिए जरूरी सूचना, तीन दिनों तक भारी बारिश के आसार; घर से बाहर नहीं निकलने की चेतावनी
मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश में 21 से 23 जुलाई तक भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। कई जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है। वर्षा और भूस्खलन के कारण 142 सड़कें बंद हैं और हवाई सेवाएं भी बाधित हुई हैं। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है और नदी-नालों से दूर रहने के लिए कहा है।

राज्य ब्यूरो, शिमला। मौसम विभाग ने 21 से 23 जुलाई तक भारी से बहुत भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने एडवाइजरी जारी करने के साथ लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। मौसम विभाग के अनुसार 21 जुलाई को प्रदेश के सात जिलों ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, सोलन, मंडी और सिरमौर में एक-दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है।
22 जुलाई को सिरमौर और सोलन जिले में एक-दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा का ऑरेंज और ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी, कुल्लू और शिमला में भारी वर्षा का यलो अलर्ट है। 23 जुलाई को ऊना और बिलासपुर जिलों में एक-दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट है।
प्रदेश में रविवार को कई स्थानों पर वर्षा हुई। सुबह से रुक-रुक कर वर्षा का क्रम जारी रहा और दिनभर घनी धुंध छाई रही। राजधानी शिमला में भी दिनभर धुंध छाई रही। इस कारण दृश्यता कम होने के कारण शहर की सड़कों पर वाहन धीमी गति से चलते रहे। प्रदेश में अधिकतम तापमान में दो से छह डिग्री सेल्सियस की गिरावट है।
अधिकतम तापमान में सबसे अधिक गिरावट सोलन में सात, मंडी व कांगड़ा में 6.5, बिलासपुर में 4.5 और शिमला में 3.4 डिग्री सेल्सियस की आई है। प्रदेश में सबसे अधिक तापमान ऊना में 34.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया प्रदेश में 142 सड़कें यातायात के लिए हैं बंदप्रदेश में अभी तक 1235 करोड़ रुपये का नुकसान आंका गया है। प्रदेश में वर्षा और भूस्खलन के कारण 142 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं।
मंडी जिले में सबसे ज्यादा 91, कुल्लू में 33, कांगड़ा में नौ, सिरमौर में तीन, ऊना में तीन, सोलन में दो और बिलासपुर में एक सड़क बंद है। प्रदेश में 40 पेयजल योजनाएं बंद हैं, ये सभी मंडी जिले में प्रभावित हैं। 26 ट्रांसफार्मर भी खराब हैं।
कांगड़ा एयरपोर्ट में नहीं आया कोई भी विमान
मौसम अनुकूल न होने के कारण रविवार को गगल स्थित कांगड़ा एयरपोर्ट पर कोई भी विमान नहीं आया। एयरपोर्ट के निदेशक धीरेंद्र सिंह ने बताया कि दिल्ली से पांच विमान तो आए लेकिन उतर नहीं पाए। दो स्पाइसजेट, दो एलाइंस एयर व एक इंडिगो का विमान आसमान में ही चक्कर लगाकर लौट गया। इस कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी
- संवेदनशील क्षेत्रों में भूस्खलन और निचले इलाकों में जलभराव की संभावना है।
- कमजोर संरचनाओं को नुकसान हो सकता है।
- फिसलन भरी सड़कों और कम दृश्यता के कारण वाहन फिसल सकते हैं।
- आवश्यक सेवाएं और नियमित आउटडोर व्यवसाय प्रभावित हो सकते हैं।
- बागबानी और खड़ी फसलों को नुकसान हो सकता है।
- नदी के जलग्रहण क्षेत्रों, नालों आदि में जलस्तर बढ़ सकता है।
- ट्रैकिंग से बचें और लोग नदी-नालों से दूर रहें।
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