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    विमल नेगी मौत मामला: ACS ओंकार शर्मा से जनजाति विभाग छोड़ सभी विभाग लिए गए, हरिरकेश मीणा को मिली ये जिम्मेदारी

    Updated: Sun, 15 Jun 2025 01:58 PM (IST)

    शिमला में विमल नेगी मौत मामले में एसीएस ओंकार शर्मा को बिना अनुमति एफिडेविट दाखिल करने पर छुट्टी पर भेजा गया था। सरकार ने अब उनसे विभाग लेकर केके पंत को सौंप दिए हैं। हरिकेश मीणा को युवा सेवाएं विभाग में नियुक्त किया गया है। आईएएस अधिकारी कमलेश कुमार पंत को राजस्व वन गृह और सतर्कता जैसे महत्वपूर्ण विभाग सौंपे गए हैं।

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    विमल नेगी मौत मामले में ACS ओंकार शर्मा से लिए महत्वपूरण विभाग

    राज्य ब्यूरो, शिमला। विमल नेगी मौत मामले में अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा द्वारा न्यायालय में बिना अनुमति एफिडेविट दायर करने पर अनुशासनहीनता के तहत जबरन छुट्टी पर भेजा था। अब सरकार ने 17 दिनों के बाद उनसे महत्वपूर्ण विभाग ले लिए है और अतिरिक्त मुख्य सचिव केके पंत को सौंपे हैं।

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    ओंकार शर्मा के जबरन छुट्टी पर भेजने के दौरान विभागों का जिम्मा सौंपा था। ओंकार शर्मा सोमवार को पदभार ग्रहण कर रहे हैं। इसके साथ ही विमल की मौत मामले को लेकर हिमाचल प्रदेश राज्य ऊर्जा निगम के प्रबंध निदेशक पद से हटाए गए हरिकेश मीणा को विशेष सचिव युवा सेवाएं एवं खेल विभाग लगाया गया है।

    हिमाचल प्रदेश सरकार ने बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया है। वर्ष 1993 बैच के आईएएस अधिकारी कमलेश कुमार पंत को कई महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अब वे राजस्व, वन, गृह और सतर्कता विभाग के प्रमुख होंगे। इसके साथ ही राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष भी होंगे।

    दरअसल, हिमाचल प्रदेश राज्य ऊर्जा निगम लिमिटेड में मुख्य अभियंता के पद पर तैनात विमल नेगी मौत मामले में हरिकेश मीणा आरोप लगने के बाद उनसे पद वापस ले लिया गया था। मीणा इसी मामले में फिलहाल जमानत पर हैं। हिमाचल सरकार ने विमल नेगी मौत मामले की जांच अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार चंद शर्मा को ही सौंपी गई थी।

    इस जांच के लिए उन्हें 14 दिन का समय दिया गया था। ओंकार चंद शर्मा ने हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय में अपनी जांच से जुड़ा हुआ एक एफिडेविट भी कोर्ट को दिया। इसके बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार ने इसे अनुशासनहीनता करार दिया और उन्हें छुट्टी पर भेजा गया। इसी बीच उनके विभाग का अतिरिक्त प्रभार केके पंत को दिए गए। अब पंत को सभी विभाग मिल गए हैं और ओंकार चंद शर्मा के पास सिर्फ़ एक ही विभाग रह गया है।

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