हिमाचल में आंदोलन पर उतरेंगे HRTC पेंशनर्स, 15 अक्टूबर को शिमला में होगी रैली
एचआरटीसी पेंशनर्स संयुक्त संघर्ष समिति ने पेंशन और वित्तीय लाभों में देरी के खिलाफ शिमला में विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। 15 अक्टूबर को होने वाले इस प्रदर्शन में पेंशनर्स के परिवार भी शामिल होंगे। समिति सरकार और निगम प्रबंधन से कई बार बात कर चुकी है लेकिन उनकी मांगें पूरी नहीं हुई हैं जिससे पेंशनर्स में निराशा है।

राज्य ब्यूरो, शिमला। समय पर पेंशन व अन्य वित्तीय लाभ न मिलने से नाराज एचआरटीसी पेंशनर्स संयुक्त संघर्ष समिति ने निगम प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। 15 अक्टूबर को प्रदेशभर से पेंशनर्ज शिमला में एकत्र होकर धरना प्रदर्शन करेंगे।
इस प्रदर्शन में पेंशनर्ज के परिवार के सदस्य भी भाग लेंगे। एचआरटीसी पेंशनर्स संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले हो रहे इस प्रदर्शन में निगम में पेंशनरों की सभी यूनियनें भाग लेगी।
इस दिन पेंशनर्ज अपने आंदोलन की आगामी रूपरेखा भी तैयार करेगा। शिमला में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते सचिव राजेंद्र ठाकुर ने इसकी जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि पथ परिवहन पेंशनर कल्याण संघ के अध्यक्ष केसी चौहान, प्रधान देवराज ठाकुर, सेवानिवृत कर्मचारी कल्याण मंच के अध्यक्ष बृजलाल ठाकुर, उपाध्यक्ष जसमेर ठाकुर की ओर से सभी पेंशनरों को इस प्रदर्शन में भाग लेने का आह्वान किया गया है।
संयुक्त संघर्ष समिति के सचिव राजेन्द्र ठाकुर, मीडिया प्रभारी बृज लाल ठाकुर ने बताया कि समिति निगम प्रबंधन के लगातार आश्वासनों के बावजूद पेंशनर्स की समस्याओं का समाधान नहीं हो पाया है, जिस कारण अब वे सामूहिक आंदोलन को मजबूर हैं।
उन्होंने कहा कि समिति ने दिसंबर 2023 से अब तक उन्होंने कई बार सरकार और निगम प्रबंधन से वार्ता की और ज्ञापन सौंपे गए हैं। धर्मशाला और शिमला में विधानसभा सत्रों के दौरान रैलियां व धरने प्रदर्शन किए गए। मुख्यमंत्री व उप मुख्यमंत्री से बार-बार मुलाकात कर पेंशन व चिकित्सा बिलों के भुगतान का वादा लिया, लेकिन आज तक वादे पूरे नहीं हुए।
अगस्त का महीना पेंशन दिए बिना गुजर गया। जिससे पेंशनर्स में गहरी नाराजगी है। समिति ने पथ परिवहन निगम के सभी पेंशनरों से, चाहे वे किसी संगठन से जुड़े हों या नहीं, 15 अक्टूबर को शिमला में परिवार सहित पहुंचकर संख्या बल का प्रदर्शन करने की अपील की है।
पेंशनर्स की यह एकजुटता ही सरकार और निगम प्रबंधन को समस्याओं के समाधान के लिए मजबूर करेगी। आंदोलन की अगुवाई एचआरटीसी पेंशनर्स संयुक्त संघर्ष समिति कर रही है।
ये है प्रमुख मांगें
- 65, 70 और 75 वर्ष आयु पर आधारित भत्ते का 2014 से एरियर जारी किया जाए।
- 2015 से लंबित डीए एरियर का भुगतान किया जाए।
- पेंशन हर माह की पहली तारीख को दी जाए तथा इसका स्थाई समाधान निकाला जाए।
- मार्च 2024 के बाद सेवानिवृत्त कर्मचारियों को पेंशन व अन्य लाभ दिए जाएं।
- चिकित्सा बिलों का एकमुश्त भुगतान किया जाए।
- 1 जनवरी 2016 से लागू वेतनमान व पेंशन, ग्रेच्युटी और लीव इनकैशमेंट का एरियर तुरंत दिया जाए।
- सेवाकाल के दौरान लंबित एरियर (फिक्सेशन, इन्क्रीमेंट, टीए/नाइट भत्ता आदि) का निपटारा किया जाए।
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