हिमाचल में HIMCARE कार्ड बंद होने से बुजुर्ग मरीजों की बढ़ी मुश्किल, CM सुक्खू ने बताया अब क्या है ऑप्शन?
हिमाचल प्रदेश में 70 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए हिमकेयर कार्ड बंद होने से महंगे इलाज के लिए परेशान होना पड़ रहा है। आयुष्मान भारत योजना में शामिल होने पर उन्हें देशभर में 5 लाख तक का निशुल्क इलाज मिलेगा लेकिन हिमकेयर योजना सीमित क्षेत्रों तक ही थी। दोनों योजनाओं में इलाज के लिए पैकेज दिए जाते हैं।

जागरण संवाददाता, शिमला। हिमाचल में 70 वर्ष की आयु पार कर चुके लोगों का हिमकेयर कार्ड (Himcare Card) बंद होने से महंगे इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है। प्रदेश सरकार ने पिछले वर्ष दिसंबर में जारी अधिसूचना में कहा था कि जिन लोगों की आयु 70 साल से अधिक है, उनके हिमकेयर कार्ड बंद कर दिए जाएं और उनके आयुष्मान कार्ड (Ayushman Card) बनाए जाएं।
दरअसल, केंद्र सरकार ने पिछले साल सत्ता में आते ही 70 साल की आयु पूरी करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना (पीएमजेएवाई) में शामिल किए जाने की बात कही थी।
आयुष्मान योजना (Ayushman Yojana) में शामिल होने वालों के लिए एक लाभ तो तय है कि उन्हें देश के किसी भी हिस्से में पांच लाख रुपये तक निशुल्क उपचार की सुविधा मिलेगी। जबकि हिमाचल सरकार की ओर से संचालित हिमकेयर योजना (Himcare Yojana Benifits) के तहत सिर्फ सीमित क्षेत्र है। हिमकेयर के तहत अब सिर्फ सरकारी संस्थानों में ही यह सुविधा मिल रही है, हालांकि डायलिसिस की सुविधा कुछ निजी अस्पतालों में अभी जारी है।
दोनों योजनाओं में मिलता है इलाज
हिमकेयर और आयुष्मान भारत जना के तहत किसी भी व्यक्ति को ऑपरेशन या अन्य किसी भी तरह के इलाज के लिए पैकेज दिया जाता है। किसी भी तरह के ऑपरेशन के लिए कोड निर्धारित किया जाता है। कोड के आधार पर ही इलाज के लिए राशि तय होती है।
ऑपरेशन से पहले संबंधित डॉक्टर उसी कोड के तहत हिमकेयर अथवा आयुष्मान कार्ड को शुरू करने की अनुमति देता है। लेकिन जिस बीमारी का इलाज किसी कोड के तहत नहीं होता है, उसे अनस्पेसिफाइड पैकेज के तहत उपचार की सुविधा मिलती है।
हिमकेयर में तो इस तरह की सुविधा मिलती थी, आयुष्मान में यह सुविधा नहीं मिल रही है। 70 वर्ष की आयु पूरी कर चुके मरीजों के लिए अब जेब से पैसे खर्च करके इस तरह इलाज की सुविधा मिलेगी। कई मरीज ऐसे हैं जिन्हें हर माह 20 से 25 हजार रुपये का एक इंजेक्शन लगता है, लेकिन हिमकेयर सुविधा बंद होने से अब इन्हें पैसे खर्च करने पड़ेंगे।
केस स्टडी
हमीरपुर जिले के नादौन निवासी ओम प्रकाश शर्मा बताते हैं कि उनकी पत्नी कमला शर्मा को हर माह अर्थराइटिस और सूजन से राहत पाने के लिए स्काफो इंजेक्शन दिया जाता है। इसकी कीमत 20 से 25 हजार रुपये के करीब है।
टांडा मेडिकल कॉलेज में करीब दो साल से इलाज चल रहा है। अनस्पेसिफाइड पैकेज के तहत यह इंजेक्शन हिमकेयर के पैकेज में मिलता रहा है, लेकिन 28 मार्च को यहां पहुंचने पर पता चला कि मरीज की आयु 70 साल से अधिक है, इसलिए हिमकेयर कार्ड बंद हो गया है।
टांडा के हिमकेयर-आयुष्ममान कार्ड सेंटर पर तैनात कर्मियों ने बताया कि आप आयुष्मान कार्ड बनवाइए। लेकिन आयुष्मान भारत योजना में अनस्पेसिफाइड पैकेज जैसी कोई सुविधा नहीं है। ऐसे में बाजार से महंगे दाम पर खरीदकर यह इंजेक्शन लगवाना पड़ा।
केंद्र सरकार के निर्णय के बाद 70 वर्ष से अधिक आयु वालों को हिमकेयर में नहीं आयुष्मान भारत योजना में लाभ मिल रहा है। दोनों योजनाओं के लिए अलग-अलग बीमारी के लिए अलग-अलग पैकेज हैं। उसी आधार पर मरीजों को उपचार मिल रहा है।
धनीराम शांडिल, स्वास्थ्य मंत्री हिमाचल प्रदेश
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