हिमाचल के 4 जिलों के लोग रहें सावधान! मूसलाधार बारिश को लेकर चेतावनी जारी; पढ़ें मौसम का ताजा अपडेट
हिमाचल प्रदेश (Himachal Weather) में बुधवार रात से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से मौसम में बदलाव आया है। शिमला सहित कई क्षेत्रों में बादल छाए रहे और ठंडी हवाएं चलीं। रोहतांग सहित सभी दर्रों पर हल्का हिमपात हुआ। मौसम विभाग ने आज प्रदेश के चार जिलों चंबा कांगड़ा कुल्लू और मंडी में भारी वर्षा और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी हिमपात की चेतावनी दी है।
राज्य ब्यूरो, शिमला। Himachal Weather: दिनभर धूप खिलने के बाद प्रदेश में बुधवार रात से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया। दोपहर बाद मौसम ने करवट बदली।
शिमला सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में आसमान में बादल छाए रहे और तेज ठंडी हवाएं चलीं।इससे तापमान में भी हल्की गिरावट आई है। शाम के समय रोहतांग सहित सभी दर्रों पर हल्का हिमपात हुआ।
आज 4 जिलों में भारी बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने आज यानी वीरवार को हिमाचल प्रदेश (Himachal Weather News) के चार जिलों चंबा, कांगड़ा, कुल्लू व मंडी में भारी वर्षा और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी हिमपात की चेतावनी दी है। वहीं ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, शिमला, सोलन और सिरमौर में कहीं-कहीं तेज हवा चलने का अलर्ट जारी किया है।
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यह प्रतिकूल मौसम 21 फरवरी की सुबह तक बना रहेगा। कई भागों में 25 फरवरी तक मौसम प्रतिकूल रहेगा। मौसम विभाग ने बिजली, पानी, सड़क, संचार सेवाओं के प्रभावित होने की एडवाइजरी जारी की है।
पहाड़ी क्षेत्रों में जाने से बचने की अपील
वहीं, हिमाचल (Rain in Himachal) के किन्नौर जिला प्रशासन ने सभी लोगों और पर्यटकों को अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में ट्रेकिंग नहीं करने की एडवाइजरी जारी की है। किसी प्रकार का जोखिम न उठाने, ऊपरी पहाड़ी क्षेत्रों में जाने से परहेज करने की अपील की है।
मौसम विभाग ने पर्यटन क्षेत्र शिमला, कुफरी, नारकंडा, मनाली, सोलंग घाटी, डलहौजी, सिस्सू और आसपास के क्षेत्रों में भी हिमपात की संभावना जताई है।
तापमान नें 7 डिग्री तक आ सकती है गिरावट
बता दें कि 21, 22 और 24 फरवरी को भी लाहुल-स्पीति, किन्नौर सहित चंबा, कांगड़ा और कुल्लू जिलों के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की वर्षा-हिमपात हो सकता है। 25 फरवरी को कई भागों में वर्षा-हिमपात की संभावना है। इसके कारण अधिकतम तापमान में छह से सात डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है।
जल संकट की ओर बढ़ रहा जम्मू-कश्मीर
जम्मू-कश्मीर में इस साल बारिश और बर्फबारी कम होने से प्रदेश में जल संकट की स्थिति बनती जा रही है। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को इस संकट को स्वीकारते हुए जल प्रबंधन एवं संरक्षण के लिए सामूहिक प्रयास करने का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर में सूखे जैसे हालत पर चिंता प्रकट करते हुए अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि जम्मू-कश्मीर इस साल जल संकट की स्थिति में है। यह कोई नई बात नहीं है, बल्कि बीते कुछ वर्षों से यह समस्या बनी हुई है।
सरकार को जल प्रबंधन और संरक्षण के लिए पूरी गंभीरता के साथ उपाय करने होंगे, लेकिन यह केवल सरकार केंद्रित प्रयास नहीं हो सकते। हम सभी जम्मू-कश्मीर के निवासियों को जल को लेकर अपने नजरिए को बदलना होगा। उन्होंने कहा कि वह स्थिति से निपटने के लिए जलशक्ति विभाग के साथ बैठक कर उठाए जा रहे कदमों की समीक्षा करेंगे।
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