हिमाचल के 1206 स्कूल तैयार कर रहे बिजली, यू डाइस रिपोर्ट में अन्य राज्यों से आगे, डिजिटल लाइब्रेरी व किचन गार्डन में भी मारी बाजी
हिमाचल प्रदेश के 1206 स्कूल बिजली पैदा कर रहे हैं, जो यू डाइस रिपोर्ट में अन्य राज्यों से बेहतर है। राज्य के स्कूलों ने डिजिटल लाइब्रेरी और किचन गार्डन में भी अच्छा प्रदर्शन किया है। सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन से स्कूलों को बचत हो रही है। डिजिटल लाइब्रेरी से छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा मिल रही है और किचन गार्डन से कृषि का ज्ञान मिल रहा है।

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू। जगरण आर्काइव
राज्य ब्यूरो, शिमला। शिक्षा के क्षेत्र में हिमाचल ने देश के अन्य राज्यों के समक्ष आदर्श राज्य बनकर उभरा है। पहले असर की रिपोर्ट, फिर नेशनल अचिवमेंट सर्वे में हिमाचल ने देश भर में शिक्षा क्षेत्र में अपनी अमिट छाप छोड़ी।
अब यू डाइस रिपोर्ट-2024-25 (यूनिफाइड डिस्ट्रक्टि इनफार्मेशन सिस्टम फार एजुकेशन) में मूलभूत सुविधाओं में हिमाचल के सरकारी स्कूल अन्य राज्यों की अपेक्षा आगे निकले हैं।
रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश के 1206 सरकारी स्कूलों में सोलर पैनल लगाए गए हैं। यानी यह स्कूल स्वयं बिजली पैदा करते हैं और स्कूलों मे प्रतिदिन कंप्यूटर, बल्ब, पंखे इत्यादि के उसका इस्तेमाल किया जाता है।
420 स्कूलों में डिजिटल लाइब्रेरी, किचन गार्डन में भी मारी बाजी
इसी तरह प्रदेश के 420 स्कूलों में डिजिटल लाइब्रेरी बना कर तैयार कर दी है। छात्र लाइब्रेरी में बैठकर ई-जर्नल भी पढ़ सकते हैं। ये लाइब्रेरी सभी के लिए हैं, यानी कोई भी आकर यहां पढ़ाई कर सकते हैं। सरकारी स्कूलों में किचन गार्डन बनाने में हिमाचल प्रदेश ने बाजी मारते हुए देश में 5वां स्थान प्राप्त किया है।
कितने स्कूलों में क्या सुविधा
- सुविधा सुविधा
- कुल स्कूल 17730
- कंप्यूटर 13496
- इंटरनेट 11011
- पेयजल 17730
- किचन गार्डन 14495
- पुस्तकालय 7258
- खेल मैदान 17048
- डिजिटल लाइब्रेरी 420
- छात्राओं को शौचालय 17146
- बिजली 17227
- रेन वाटर हार्वेस्टिंग 6334
सकारात्मक प्रयासों से हासिल किया पूर्ण साक्षर राज्य का दर्जा : सुक्खू
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि शिक्षा क्षेत्र में किए गए सुधारों के फलस्वरूप हिमाचल में साक्षरता लगभग 99.30 प्रतिशत पहुंच गई है, जो राष्ट्रीय मानक 95 प्रतिशत से कहीं अधिक है। यह हिमाचल के लिए एक गौरवपूर्ण उपलब्धि है क्योंकि हिमाचल ने पूर्ण साक्षरता के लक्ष्य को भारत सरकार द्वारा राज्यों के लिए वर्ष 2030 की तय समय.सीमा से काफी पहले हासिल कर लिया है। हिमाचल ने इस उल्लेखनीय उपलब्धि से अन्य राज्यों के लिए एक उदाहरण पेश किया है। सरकार द्वारा समय समय पर उठाए गए सकारात्मक कदमों के फलस्वरूप हिमाचल पूर्ण साक्षर होने के साथ ही, शिक्षा की सुलभता और समानता के पैमाने पर शीर्ष राज्यों में शामिल है और अन्य राज्यों के लिए आदर्श बनकर उभरा है। असर रिपोर्ट में भी हिमाचल के बच्चों का पढ़ने और सीखने का स्तर देश में सबसे बेहतर आंका जा चुका है।
अन्य प्रयास
- शिक्षा विभाग में शिक्षकों के 5400 व अन्य श्रेणियों सात हज़ार से अधिक पद भरे।
- स्कूलों के युक्तीकरण का कड़ा फैसला लिया गया है।
- हर विधानसभा क्षेत्र में आधुनिक सुविधाओं वाला राजीव गांधी आदर्श डे.बोर्डिंग स्कूल चरणबद्ध तरीके से खोला जा रहा है।
- विद्वार्थियों को शैक्षणिक भ्रमण और अध्यापकों को आधुनिक शिक्षा प्रणाली पर अध्ययन करने के लिए विदेश भेजा जा रहा है। 334 अध्यापकों और 50 छात्रों को सिंगापुर भेजा गया। इसके अलावा 310 विद्यार्थियों तथा 32 अध्यापकों को शैक्षणिक भ्रमण पर केरल भेजा गया।

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