हिमाचल के स्कूलों में घटे 3.53 लाख विद्यार्थी, सांख्यिकी विभाग की रिपोर्ट में सामने आए आंकड़े, विभाग का क्या तर्क?
हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में छात्रों की संख्या में भारी गिरावट आई है। पिछले 11 वर्षों में 3.53 लाख छात्र कम हुए हैं। अर्थ एवं सांख्यिकी विभाग की रिपोर्ट 2024-25 के अनुसार, प्राइमरी से 12वीं तक के छात्रों की संख्या में कमी आई है। हालांकि, कॉलेजों में छात्राओं की संख्या बढ़ी है, लेकिन छात्रों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है। सरकार गुणात्मक शिक्षा पर जोर दे रही है।

हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में विद्यार्थी कम हुए हैं। प्रतीकात्मक फोटो
राज्य ब्यूरो, शिमला। राज्य सरकार शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए कई सख्त कदम उठा रही है। दूसरी तरफ सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। पिछले 11 वर्षों में सरकारी स्कूलों में प्राइमरी से 12वीं तक 3,53,805 विद्यार्थियों की संख्या कम हुई है।
वर्ष 2014-15 में 9,59,147 विद्यार्थी थे, जो 2024-25 में 6,05,342 रह गए हैं। वर्ष 2014-15 में गिरावट आना शुरू हुई। वर्ष 2016-17 में 7,52,357 विद्यार्थी रह गए थे।
2019-20 में दर्ज हुई बढ़ोतरी
सरकार ने प्री प्राइमरी स्कूल खोले और 11वीं-12वीं में कई स्थानों पर अंग्रेजी माध्यम व विज्ञान संकाय की संख्या बढ़ाई। जिसके चलते 2019-20 में संख्या में बढ़ोतरी हुई और यह संख्या एक बार 8,10,041 पहुंच गई।
गुणात्मक शिक्षा पर जोर
अब राज्य सरकार गुणात्मक शिक्षा पर ध्यान दे रही है ताकि इस संख्या को और ज्यादा बढ़ाया जा सके। अर्थ एवं सांख्यिकी विभाग की वार्षिक रिपोर्ट 2024-25 में इसका पता चला है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दो दिन पूर्व इस रिपोर्ट को जारी किया था।
प्राइमरी से उच्च तक गिरावट
प्राइमरी से लेकर उच्च शिक्षा तक यह गिरावट देखी गई है। विभाग का कहना है कि दाखिलों में कमी जरूर आई है, लेकिन इसका अर्थ यह नहीं कि विद्यार्थी दाखिला नहीं ले रहे हैं। सरकारी के बजाय निजी स्कूलों में विद्यार्थी दाखिला ले रहे हैं।
ये रही स्कूलों में बच्चों की स्थिति
रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2014-15 में हिमाचल में सरकारी स्कूलों में कक्षा एक से पांच तक छात्रों की संख्या 1,66,408 थी जबकि छात्राओं की संख्या 1,71,781 थी। वर्ष 2024-25 में वह घटकर छात्रों की 1,18,385 व छात्राओं की 1,19,630 रह गई है। इसी तरह कक्षा छह से आठ तक 2014-15 में छात्रों की संख्या 1,22,949 व छात्राओं की संख्या 1,24,506 थी।
वर्ष 2024-25 में यह घटकर 95,162 छात्रों व 95,736 छात्राओं की संख्या रह गई है। इसी तरह 9वीं से 12वीं तक 1,91,543 छात्र व 1,81,960 छात्राओं की संख्या थी, जो अब घटकर 1,36,772 छात्र व 1,39,657 छात्राओं की संख्या रह गई है।
विद्यार्थियों की संख्या घटी तो संस्थान भी होने लगे कम
विद्यार्थियों की संख्या में कमी आई तो संस्थानों की संख्या भी घटने लगी। सरकार ने विद्यार्थियों की सुविधा के लिए शिक्षण संस्थानों को बढ़ाया ताकि छात्रों को घरद्वार पर अच्छी शिक्षा मिल सके। वर्ष 2019-20 में हिमाचल में प्राइमरी स्कूलों की संख्या 10,585 थी। 2020-21 में यह 10,574 हुई। विद्यार्थियों की संख्या कम होने के चलते स्कूल बंद हुए। वर्ष 2024-25 में इनकी संख्या घटकर 9,939 पहुंच गई।
इसी तरह मिडल स्कूल जो 2019-20 में 1,948 थे, यह 2024-25 में घटकर 1,775 रह गए। वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाओं की संख्या 2,797 थी, जो अब 2,949 हो गई है। हालांकि वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल बढ़े हैं। विश्वविद्यालय हिमाचल में 2019-20 में 5 थे, जो 2024-25 में आठ हो गए हैं। कालेजों की संख्या 130 थी, जो 2024-25 में 134 हो गई है। हिमाचल पूर्ण साक्षर राज्य बन गया है।
कालेजों में छात्राओं की संख्या बढ़ रही
रिपोर्ट के अनुसार राज्य के कालेजों में छात्राओं की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है, तो दूसरी तरफ छात्रों की संख्या कम हो रही है। वर्ष 2014-15 में कालेजों में छात्रों की संख्या 42220 थी और छात्राओं की संख्या 46023 थी। वर्ष 2024-25 में छात्रों की संख्या घटकर 33594 रह गई है। जबकि छात्राओं की संख्या 56862 पहुंच गई है। वर्ष 2018-19 में छात्राओं की संख्या बढ़कर 79,298 तक पहुंच गई थी।
स्कूलों में ऐसे घटी संख्या
- वर्ष विद्यार्थी
- 2014-15 9,59,147
- 2015-16 9,31,187
- 2016-17 7,52,357
- 2017-18 6,88,930
- 2018-19 6,91,773
- 2019-20 8,010,41
- 2020-21 7,93,358
- 2021-22 8,31,310
- 2022-23 8,09,000
- 2023-24 7,57,774
- 2024-25 6,05,342
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