Himachal Mausam: हिमाचल में तीन दिन तक भारी बर्फबारी-बारिश की चेतावनी, हिमस्खलन की आशंका; पढ़ें मौसम का हाल
Himachal Pradesh Weather Update Today हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी और बारिश ने मौसम का मिजाज बदल दिया है। कई जगहों पर लगभग आधा फीट हिमपात हुआ है। मौसम विभाग ने 26 फरवरी से पहली मार्च तक भारी बर्फबारी और बारिश की चेतावनी दी है। प्रदेश के ऊंचे इलाकों में हिमस्खलन की आशंका भी व्यक्त की गई है। पढ़िए मौसम की खबर...
राज्य ब्यूरो, शिमला। Himachal Weather News रोहतांग, शिंकुला और बारालाचा दर्रे में मंगलवार को लगभग आधा फीट हिमपात हुआ। राजधानी शिमला व कांगड़ा सहित कई स्थानों पर हल्की वर्षा हुई। हिमपात व वर्षा के कारण प्रदेश में शीतलहर फिर से बढ़ गई है। अधिकतम तापमान में 11 डिग्री तक की गिरावट आई है। खबर लिखे जाने तक प्रदेश के कुछ स्थानों पर चार से पांच मिलीमीटर ही वर्षा दर्ज की गई थी।
1 मार्च तक भारी बर्फबारी की चेतावनी
मौसम विभाग ने 26 फरवरी से पहली मार्च तक भारी हिमपात व वर्षा की चेतावनी दी है। इसके कारण यातायात व अन्य सेवाएं प्रभावित होने की संभावना भी जताई गई है। ऊंचे क्षेत्रों में हिमस्खलन की आशंका है।
वर्षा व हिमपात के कारण प्रदेश में अधिकतम तापमान में सबसे अधिक गिरावट सुंदरनगर में 11.2, कुल्लू के सेऊबाग में 10.2, मंडी में नौ, चंबा में 7.8, ऊना व कांगड़ा में सात डिग्री से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है।
धौलाकुआं में सबसे अधिक तापमान
प्रदेश में सबसे अधिक तापमान धौलाकुआं में 24.2 डिग्री दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान कुकुमसेरी में -7.9, केलंग में -7.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने पहली मार्च तक तूफान, बिजली चमकने के साथ भारी हिमपात व वर्षा की चेतावनी दी है। शिमला शहर सहित अन्य स्थानों पर भी हिमपात की संभावना है।
प्रमुख शहरों का तापमान
स्थान | न्यूनतम | अधिकतम |
शिमला | 7.6 | 13.7 |
सुंदरनगर | 9.2 | 14.7 |
भुंतर | 7.1 | 14.5 |
कल्पा | 0.9 | 10.6 |
धर्मशाला | 14.8 | 15.8 |
ऊना | 9.5 | 20.6 |
नाहन | 9.1 | 18.7 |
केलंग | -7.1 | 3.0 |
सोलन | 6.4 | 23.0 |
शिमला में भी बदला मौसम
शिमला में मौसम ने फिर करवट बदल ली है। शिमला की चोटियों पर मंगलवार को हल्का हिमपात हुआ तो वहीं शहर सहित जिले के कई क्षेत्रों में वर्षा हुई। शिमला शहर सहित ऊपरी क्षेत्रों में दिनभर यातायात सुचारू रहा। वर्षा के कारण तापमान में हल्की गिरावट आने से ठंड का प्रकोप बढ़ गया है।
किसानों व बागबानों की उम्मीदें फिर जग गई हैं। किसान व बागबान उम्मीद कर रहे हैं कि आने वाले दिनों में अगर अच्छी वर्षा और हिमपात होता है तो फिर सूखे की स्थिति काफी हद तक नियंत्रित हो सकती और बगीचों में नमी सेब व अन्य फसलों के लिए लाभप्रद साबित हो सकती है।
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