हिमाचल में अभी नहीं टली मुसीबत! कुछ इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी, 78 लोगों की जा चुकी है जान
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में बादल फटने और भूस्खलन के बाद लापता 30 लोगों की तलाश जारी है। आपदा में 225 घर और कई सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं और 215 मवेशी मर चुके हैं। प्रभावित लोगों को राशन किट और राहत राशि दी जा रही है। मौसम विभाग ने 10 जुलाई तक भारी बारिश की चेतावनी दी है।

पीटीआई, शिमला। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में पिछले हफ्ते बादल फटने, बाढ़ और भूस्खलन से भारी तबाही के बाद लापता हुए 30 लोगों को ढूंढने के लिए तलाशी और बचाव अभियान चल रहा है। अधिकारियों ने बताया कि ड्रोन और खोजी कुत्तों की मदद से थुनाग, गोहर और करसोग क्षेत्रों में यह अभियान जारी है।
लगभग 250 लोग, जिनमें राष्ट्रीय और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, सेना, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस, होम गार्ड्स, स्थानीय प्रशासन और स्थानीय लोग शामिल हैं, इस काम में जुटे हैं। इसके अलावा, 20 टीमें दुर्गम इलाकों में जानकारी जुटा रही हैं और खाना व दवाइयों के किट बांट रही हैं।
इस आपदा में कितना हुआ नुकसान?
अब तक 1,538 राशन किट प्रभावित लोगों को दिए गए हैं और 12.44 लाख रुपये की तत्काल राहत दी गई है। थुनाग और जंजैहली क्षेत्रों में 5-5 लाख रुपये की अतिरिक्त मदद भेजी जा रही है। इस आपदा में 225 घर, 7 दुकानें, 243 पशुशालाएं, 31 वाहन, 14 पुल और कई सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं।
215 मवेशी मर चुके हैं, जबकि 494 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। रविवार शाम तक राज्य में 243 सड़कें बंद थीं, जिनमें से 183 अकेले मंडी जिले में हैं। इसके अलावा, 241 बिजली ट्रांसफार्मर और 278 जल आपूर्ति योजनाएं प्रभावित हुई हैं।
10 जुलाई तक भारी बारिश की चेतावनी
इस बीच, राज्य के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। नंगल डैम में 56 मिमी बारिश दर्ज की गई, इसके बाद ओलिंदा (46 मिमी), बेर्थिन (44.6 मिमी), ऊना (43 मिमी), नैनादेवी (36.4 मिमी), गोहर (29 मिमी) और ब्राह्मणी (28.4 मिमी) में बारिश हुई। मौसम विभाग ने 10 जुलाई (गुरुवार) तक राज्य के कुछ इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी दी है।
78 लोगों की हो चुकी है मौत
राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, बारिश से अब तक करीब 572 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है, हालांकि मुख्यमंत्री का कहना है कि यह आंकड़ा 700 करोड़ रुपये के करीब हो सकता है, क्योंकि नुकसान का पूरा ब्योरा अभी जुटाया जा रहा है।
20 जून से मॉनसून शुरू होने के बाद से राज्य में 78 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 50 मौतें बादल फटने, बाढ़ और भूस्खलन जैसी बारिश से जुड़ी घटनाओं से हुई हैं। अब तक 121 लोग घायल हुए हैं।
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