Himachal: कुल्लू-मनाली हुआ बहाल, मुख्य संसदीय सचिव ने पर्यटकों से की सैर के लिए आने की अपील
Himachal Pradesh Tourism मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर ने पर्यटकों से अपील की है कि कुल्लू-मनाली को यातायात के बहाल कर दिया गया है। अब पर्यटक मानसून सीजन में साहसिक पर्यटन गतिविधियों का आनंद लेने के लिए पहुंच सकते हैं। उन्होंने विपक्ष और उनके नेताओं को चेताया कि आपदा के मामले को लेकर राजनीति करने का प्रयास न करें।

शिमला, राज्य ब्यूरो: मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर का कहना है कि कुल्लू-मनाली सहित समूची घाटी में प्राकृतिक आपदा और बाढ़ के दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ग्राउंड जीरो पर स्वयं राहत कार्याें का जायजा लेते रहे। आपदा प्रभावित परिवारों से देर रात तक मुख्यमंत्री मिलकर दर्द बांटते रहे। उन्होंने पर्यटकों से अपील की कि कुल्लू-मनाली को यातायात के बहाल कर दिया गया है। अब पर्यटक मानसून सीजन में साहसिक पर्यटन गतिविधियों का आनंद लेने के लिए पहुंच सकते हैं।
सचिवालय में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के साहसिक नेतृत्व के चलते कुल्लू घाटी से 70 हजार से अधिक पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। लेकिन विपक्ष के नेता एंव पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सराज विधानसभा क्षेत्र में मौजूद थे। लेकिन संकट की घड़ी में कुल्लू में लोगों का दर्द बांटने के लिए नहीं पहुंचे। जब रेस्क्यू आपरेशन पूरा हो गया तो उसके बाद विपक्ष के नेता वहां पर आए।
उन्होंने विपक्ष और उनके नेताओं को चेताया कि आपदा के मामले को लेकर राजनीति करने का प्रयास न करें। क्योंकि लोगों को पता है कि दु:ख की घड़ी में जयराम व द्रंग और बंजार के विधायक नहीं पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर मुझे व्यक्तिगत तौर पर निशाने पर रखते हैं।
यातायात के बहाल कर दिया कुल्लू-मनाली
उन्होंने कहा कि मेरे ट्रस्ट के माध्यम से मेरी पत्नी और बेटे बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद कर रहे हैं। मुझे हैरानी होती है कि पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर इस तरह की मदद पर प्रश्न उठा रहे हैं, जोकि सरासर गलत है। उन्होेंने कहा कि हम काम करने में विश्वास रखते हैं। उन्होंने पर्यटकों से अपील की कि कुल्लू-मनाली को यातायात के बहाल कर दिया गया है। अब पर्यटक मानसून सीजन में साहसिक पर्यटन गतिविधियों का आनंद लेने के लिए पहुंच सकते हैं।
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