खुशखबरी! हिमाचल में कुछ ही हफ्तों में होगी डॉक्टरों की भर्ती, स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल का एलान
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि प्रदेश में चिकित्सकों की कमी को जल्द पूरा किया जाएगा आगामी हफ्तों में 200 चिकित्सकों की भर्ती होगी। बद्दी में औषधि परीक्षण प्रयोगशाला का निरीक्षण करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रयोगशाला में प्रतिवर्ष 6000 दवा सैंपल परीक्षण की क्षमता है। दवा उद्यमियों ने दवाओं की गुणवत्ता का मामला उठाया है।

जागरण संवाददाता, बीबीएन। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा है कि प्रदेश में चिकित्सकों की कमी को जल्द पूरा किया जाएगा और आने वाले कुछ ही हफ्तों में 200 चिकित्सकों की भर्ती होगी। स्वास्थ्य मंत्री डा. शांडिल बुधवार को औद्योगिक क्षेत्र बद्दी का दौरा करने पहुंचे थे।
इस दौरान उन्होंने बद्दी में राज्य औषधि परीक्षण प्रयोगशाला का निरीक्षण किया और इसकी कार्यप्रणाली को समझा व दिशानिर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में सरकार लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। डॉ. शांडिल ने कहा, बद्दी स्थित औषधि प्रयोगशाला में प्रतिवर्ष 6000 दवा सैंपल परीक्षण की क्षमता है।
प्रयोगशाला में 2783 सैंपल हुए प्राप्त
अब तक इस प्रयोगशाला में 2783 सैंपल प्राप्त हुए हैं। इनमें से 1845 की जांच की गई है और 28 सैंपल निर्धारित मानक अनुसार नहीं पाए गए हैं।
इस प्रयोगशाला के निर्माण पर लगभग 37 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। उन्होंने कहा, सरकार राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों को आधुनिक तकनीक से लैस करने के लिए 1,730 करोड़ रुपये का निवेश सुनिश्चित बनाएगी।
इन पदों को भरा जा रहा है
पैरामेडिकल स्टाफ, नर्स, तकनीशियन व सहायक कर्मियों के पद भरे जा रहे हैं। इस मौके पर दून के विधायक रामकुमार चौधरी, नालागढ़ के विधायक हरदीप सिंह बावा, नगर परिषद बद्दी के पूर्व अध्यक्ष मदन चौधरी।
स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव नीरज कुमार, सीईओ बीबीएनडीए सोनाक्षी तोमर, एसडीएम बद्दी राजकुमार, उपनिदेशक उद्योग योगेश गुप्ता, मुख्य चिकित्सा अधिकारी सोलन डॉ. अजय पाठक, राज्य औषधि नियंत्रक मनीष कपूर उपस्थित रहे।
दवाओं की गुणवत्ता का उठाया मामला
फार्मा उद्यमियों ने स्वास्थ्य मंत्री से उठाया दवाओं की गुणवत्ता का मामला स्वास्थ्य मंत्री डा. शांडिल से हिमाचल प्रदेश ड्रग मैन्युफेक्चरिंग एसोसिएशन (एचडीएमए) के पदाधिकारियों ने बैठक कर दवाओं की गुणवत्ता का मामला उठाया। दवा उद्यमियों का कहना था दवाओं के सैंपल फेल होने पर उनका पक्ष नहीं सुना जाता है।
बद्दी में मौजूद फार्मा उद्योगों की दवा से किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ है। दवा सैंपल फेल होने के कई कारण होते हैं, जिसमें तापमान में अधिक वृद्धि या कमी हो सकता है।
एचडीएमए के अध्यक्ष राजेश गुप्ता ने स्वास्थ्य मंत्री शांडिल से इस मामले को केंद्र सरकार से उठाने की बात कही। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री से बद्दी में इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार करने की मांग भी उठाई।
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