Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हिमाचल में स्कूल व अस्पताल सहित ये पांच परिसर होंगे आवारा कुत्तों से मुक्त, विभिन्न विभागों को ये 6 निर्देश जारी

    By Jagran News Edited By: Rajesh Sharma
    Updated: Tue, 11 Nov 2025 11:49 AM (IST)

    हिमाचल सरकार सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद आवारा कुत्तों को लेकर सख्त हो गई है। शैक्षणिक संस्थान, अस्पताल, खेल परिसर, बस अड्डे और रेलवे स्टेशन को कुत्तों से मुक्त करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए संस्थानों को नोडल अधिकारी नियुक्त करने, कुत्तों का बंध्याकरण और टीकाकरण करने, तथा कचरा प्रबंधन प्रणाली को मजबूत करने के लिए कहा गया है। विद्यालयों में जागरूकता कार्यक्रम भी चलाए जाएंगे।

    Hero Image

    हिमाचल प्रदेश सरकार ने आवारा कुत्तों को लेकर संबंधित विभागों को निर्देश जारी किए हैं। प्रतीकात्मक

    राज्य ब्यूरो, शिमला। सर्वोच्च न्यायालय के सात नवंबर को आवारा कुत्तों को लेकर दिए आदेश की अनुपालना के लिए हिमाचल सरकार सख्त हो गई है। सोमवार को मुख्य सचिव संजय गुप्ता ने उपायुक्तों नगर निगमों, नगर परिषदों, पंचायतों और संबंधित विभागों को तत्काल सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इसमें न्यायालय के आदेशों के तहत शैक्षणिक संस्थानों, अस्पतालों, खेल परिसरों, बस अड्डों और रेलवे स्टेशनों को आवारा कुत्तों से मुक्त कराने के लिए कहा है। कहा गया कि कुत्तों के बढ़ते हमलों को नियंत्रित किया जाए।

    न्यायालय के आदेश की कॉपी भी भेजी विभागों को

    इसके लिए सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की कापी को भी संबंधित अधिकारियों और विभाग को भेजी जा रही है। दो सप्ताह में प्रदेश के सभी सरकारी व निजी विद्यालयों, अस्पतालों, खेल परिसरों, बस अड्डों और रेलवे स्टेशनों की पहचान कर सूची तैयार करने और सीमाएं सुरक्षित करने को कहा है, जिससे आवारा कुत्तों का प्रवेश न हो सके। 

    प्रत्येक संस्था को एक नोडल अधिकारी नियुक्त करने को कहा है, जो परिसर की स्वच्छता और कुत्तों की रोकथाम के लिए जिम्मेदार होगा। 

    ये दिए हैं निर्देश 

    • स्थानीय निकाय और पंचायतें हर तीन माह में निरीक्षण अभियान चलाकर रिपोर्ट उपायुक्तों को सौंपें।
    • आवारा कुत्तों का बंध्याकरण और टीकाकरण के बाद शेल्टर होम्स में स्थानांतरित करने को कहा है। दोबारा वहीं नहीं छोड़े जाएंगे।
    • सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में एंटी रेबीज वैक्सीन का पर्याप्त स्टाक रखने को कहा। 
    • विद्यालयों में जागरूकता कार्यक्रम के तहत छात्रों और शिक्षकों को कुत्तों से सुरक्षित व्यवहार व प्राथमिक उपचार की जानकारी दी जाएगी।
    • खेल परिसरों और स्टेडियमों में 24 घंटे निगरानी के लिए व्यापक प्रबंध हों। 
    • रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों में कचरा प्रबंधन प्रणाली मजबूत की जाए ताकि कुत्तों के भोजन स्रोत समाप्त हों।

    पांच वर्षों में एंटी रेबीज टीकाकरण और जारी राशि

    • वर्ष    राशि जारी (लाख रुपये में)    बंध्याकरण    टीकाकरण
    • 2020-21    2.61    2561    17146
    • 2021-22    51    1671    16399
    • 2022-23    40    4165    20706
    • 2023-24    3.50    5253    43549
    • 2024-25    4.01    5623    43909
      नोट :  हिमाचल में 76 हजार आवारा कुत्ते हैं। इनको एंटी रेबीज टीकाकरण व बंध्याकरण के लिए राशि जारी की जा रही है।

     

    यह भी पढ़ें: हिमाचल के सरकारी स्कूलों में बिना TET पढ़ा रहे शिक्षकों का आंकड़ा आया सामने, अब क्या होगा सरकार का अगला कदम?

    यह भी पढ़ें: दिल्ली में धमाके के बाद हिमाचल में नाम का अलर्ट, यहां रात को एंट्री प्वाइंट पर नहीं थी कोई व्यवस्था