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    हिमाचल के मंत्रियों ने पीएम मोदी के बयान को बताया दुर्भाग्यपूर्ण, कहा- गलत जानकारी देकर झूठ बुलवाया गया

    Updated: Mon, 16 Sep 2024 03:56 PM (IST)

    Himachal Pradesh News हिमाचल प्रदेश के उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान और शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राज्य की आर्थिक स्थि ...और पढ़ें

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    हर्षवर्धन चौहान और रोहित ठाकुर ने पीएम मोदी के बयान पर साधा निशाना

    जागरण संवाददाता, शिमला। उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान और शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने प्रधानमंत्री द्वारा हिमाचल की आर्थिक स्थिति पर दिए गए बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। दोनों नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री को गलत जानकारी देकर गुमराह किया गया और उनसे झूठ बुलवाया गया। प्रधानमंत्री जैसे सर्वोच्च पद का सम्मान करते हुए भाजपा को उन्हें इस तरह की हल्की राजनीति में नहीं धकेलना चाहिए था।

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    पूर्व की भाजपा सरकार पर बोला हमला

    उन्होंने कहा कि अच्छा होता, भाजपा नेता प्रधानमंत्री से आपदा राहत के 10 हजार करोड़ रुपए दिलाने के लिए प्रयास करते, लेकिन वे नकारात्मक राजनीति में व्यस्त हैं। प्रेस को जारी बयान में दोनों मंत्रियों ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार की गलत नीतियों के कारण राज्य की आर्थिक स्थिति खराब हुई। जयराम ठाकुर सरकार ने अपने कार्यकाल के अंतिम महीनों में राजनीतिक लाभ के लिए कई मुफ्त योजनाओं की शुरुआत की और 900 से अधिक संस्थान खोल दिए, जिससे राज्य के खजाने पर भारी दबाव पड़ा।

    'विरासत में 75 हजार करोड़ रुपये का कर्ज मिला'

    सरकार को विरासत में 75 हजार करोड़ रुपये का कर्ज और कर्मचारियों की 10 हजार करोड़ रुपये की देनदारियां मिलीं। वर्तमान सरकार राज्य में आर्थिक संकट नहीं है, बल्कि सरकार हिमाचल को आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगातार सुधार कर रही है। बोर्डों और निगमों के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को पहली तारीख को वेतन और पेंशन मिल रही है। प्रदेश में कैश फ्लो मिसमैच होने के कारण इसमें सुधार लाया जा रहा है और सरकारी कर्मचारियों की सैलरी को रोका नहीं जा रहा है।

    हिमाचल की अर्थव्यवस्था को लेकर कही ये बात

    उन्होंने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था में 20 प्रतिशत का सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के पास प्रदेश की जनता के कल्याण और विकास के लिए धन की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि 2027 तक हिमाचल को आत्मनिर्भर बनाया जाए। 2032 तक इसे देश का सबसे समृद्ध राज्य बनाया जाएगा।