हिमाचल के हिमलैंड में भारी भूस्खलन, खतरे की जद में बहुमंजिला इमारत, दो दिनों के लिए स्कूल बंद
शिमला में बारिश और बाढ़ से हालात गंभीर हैं। सेंट एडवर्ड्स स्कूल के पास भूस्खलन होने के कारण प्रशासन ने स्कूल को दो दिन के लिए बंद कर दिया है। हिमलैंड ...और पढ़ें

डिजिटल डेस्क, शिमला। हिमाचल में बारिश और बाढ़ का कहर जारी है। शुक्रवार को यहां एकप्रमुख स्कूल के पास भूस्खलन हुआ, जिसके बाद प्रशासन ने संस्थान को दो दिन के लिए बंद करने का आदेश दिया।
यह भूस्खलन यहां के सबसे पुराने स्कूलों में से एक, सेंट एडवर्ड्स स्कूल के पास हिमलैंड इलाके में हुआ। बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शिमला के उपायुक्त अनुपम कश्यप ने शुक्रवार और शनिवार को स्कूल बंद रखने का आदेश दिया।
हिमलैंड में भूस्खलन से बढ़ा खतरा
हिमलैंड में पहाड़ी पर स्थित एक घर भूस्खलन के बाद खतरे में पड़ गया है। यह इलाका लगातार भूस्खलन का शिकार हो रहा है और इससे पहले मंगलवार को भी एक बड़ा भूस्खलन हुआ था।
हिमाचल प्रदेश में बादल फटने और भूस्खलन से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, जहां बारिश से संबंधित नुकसान की नई घटनाएं सामने आई हैं।
अधिकारियों ने बताया कि गुरुवार रात किन्नौर जिले के थाच गांव में बादल फटने से दो वाहन दब गए।
शिमला के कुमारसैन क्षेत्र की करेवथी पंचायत में गुरुवार शाम जमीन धंसने से तीन मंजिला इमारत ढह गई।
कई इलाकों में हुई बारिश
राज्य के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश देखी गई, जहां नैना देवी में गुरुवार शाम से 158.6 मिमी बारिश हुई, इसके बाद नाहन में 38.2 मिमी, भटियात में 37.1 मिमी, बलद्वारा में 28, काहू में 23.5 मिमी और बिलासपुर में 20 मिमी बारिश हुई।
मौसम विभाग ने बताया कि शिमला, कांगड़ा, भुंतर, मुरारी देवी और सुंदरनगर में गरज के साथ बारिश हुई, जबकि ताबो और बजौरा में 35 से 39 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं।
इस साल मानसून की शुरुआत के बाद से, इस हिमालयी राज्य में 46 बादल फटने, 98 अचानक बाढ़ और 146 बड़े भूस्खलन हुए हैं, जबकि 424 लोग मारे गए हैं। मृतकों में से 242 लोगों की जान वर्षाजनित घटनाओं में और 182 सड़क दुर्घटनाओं में गई। लगभग 481 लोग घायल हुए हैं, जबकि 45 अभी भी लापता हैं।
(समाचार एजेंसी PTI के साथ)

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