Teachers Awards: राज्यस्तरीय शिक्षक पुरस्कार के लिए सरकार ने बदले नियम, पंचायत व एसएमसी की रहेगी अहम भूमिका
Teachers Awards हिमाचल प्रदेश सरकार ने राज्य स्तरीय शिक्षक पुरस्कारों के नियमों में बदलाव किया है। अब 50% पुरस्कार आवेदन के आधार पर और 50% पंचायत व एसएमसी की सिफारिश पर दिए जाएंगे। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे बेहतर शिक्षकों का चयन करें और पंचायतों को शिक्षकों की सिफारिश करने के लिए कहा है।

राज्य ब्यूरो, शिमला। शिक्षा क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले शिक्षकों को राज्य सरकार पांच सितंबर को शिक्षक दिवस के मौके पर सम्मानित करेगी। राज्य सरकार ने शिक्षक पुरस्कार के लिए इस बार नीति में बड़ा बदलाव किया है। 50-50 प्रतिशत की शर्त लगा दी है। कुल 30 शिक्षकों को सरकार सम्मानित करती है। इसमें 50 प्रतिशत यानी 15 शिक्षकों को आवेदन के आधार पर चयनित किया जाएगा। जबकि 50 प्रतिशत यानि 15 अन्य शिक्षकों को पंचायत, एसएमसी की अनुशंसा या फिर सरकार उनके अच्छे कार्यों के आधार पर चयनित कर सम्मानित करेगी।
शिक्षा मंत्री ने उपनिदेशकों को दिए निर्देश
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने सभी जिला के उप शिक्षा निदेशकों को निर्देश दिए हैं कि वह ऐसे शिक्षकों का चयन करें। उन्होंने एसएमसी व पंचायतों को भी कहा है कि यदि उन्हें लगता है कि उनके स्कूल में कोई शिक्षक बेहतर कार्य कर रहे हैं तो उसके बारे में विभाग को सूचित करें। उन्होंने क्या अलग से हटकर कार्य किया है इसका उल्लेख भी किया जाए। इसके अलावा आम लोग भी विभाग को ऐसे शिक्षकों के नाम भेज सकता है। विभाग आवेदनों की छंटनी करेगी। वहीं स्कूलों में जाकर वास्तविक्ता का पता भी लगाएगी।
मंत्री बोले बेहतर कार्य करते हैं शिक्षक, पर आवेदन नहीं करते
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में कई ऐसे शिक्षक है जो बेहतर कार्य कर रहे हैं। पुरस्कार देने के लिए जो नियम है उसके तहत उन्हें खुद आवेदन करता पड़ता है। शिक्षक आवेदन ही नहीं करते। इनकी उपलब्धि के बारे में अधिकारियों को भी पता नहीं होता जबकि समाज के लोग जानते हैं कि ये अच्छा कार्य कर रहे हैं। इसलिए विभाग ने निर्णय लिया है कि एसएमसी या पंचायत की अनुशंसा को भी माना जाएगा। क्योंकि स्कूल में एसएमसी सदस्यों के बच्चे पढ़ते हैं, पंचायत प्रतिनिधियों को स्कूल के बारे में बेहतर पता होता है। 15 जुलाई तक इसके लिए अनुशंसा शिक्षा निदेशालय भेजी जा सकती है। 20 जुलाई से आवेदनों की छंटनी के बाद नाम जिला स्तरीय कमेटी को प्रस्तुत किए जाएंगे।
चयन के लिए यह है प्रक्रिया
शिक्षकों के आवेदन के बाद जिला स्तरीय कमेटी आवेदनों का सत्यापन करेगी। शिक्षा निदेशालय की ओर से गठित टीमें हर जिलों में आवेदकों की स्पाट वेरिफिकेशन करेगी। शिक्षा निदेशालय स्तर की कमेटी इनमें से शिक्षकों के नाम शाॅर्ट लिस्ट कर राज्य स्तरीय कमेटी को भेजेगी। इन शिक्षकों का साक्षात्कार और प्रेजेंटेशन इस राज्य स्तरीय कमेटी के सामने होगी। ये कमेटी राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिए शिक्षकों का चयन करेगी।
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