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    हिमाचल: मानसून में हुई तबाही पर सुक्खू सरकार ने केंद्र से मांगी बड़ी आर्थिक मदद, 2023 में मांगे थे 12 हजार करोड़

    By Yadvinder Sharma Edited By: Rajesh Sharma
    Updated: Tue, 14 Oct 2025 06:34 PM (IST)

    हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार ने मानसून में हुए भारी नुकसान के लिए केंद्र सरकार से वित्तीय मदद मांगी है। मुख्यमंत्री सुक्खू ने बताया कि 2023 में भी केंद्र से मदद मांगी गई थी। राज्य सरकार को उम्मीद है कि केंद्र इस बार भी हिमाचल को वित्तीय सहायता देगा, जिससे पुनर्निर्माण कार्य ठीक से चल सके।

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    हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू। जागरण आर्काइव

    राज्य ब्यूरो, शिमला। हिमाचल प्रदेश में मानसून के दौरान आपदा से हुए नुकसान की भरपाई को लेकर सुक्खू सरकार ने केंद्रीय सहायता के लिए ज्ञापन भेज दिया है। प्रदेश सरकार ने इस बार मानसून के दौरान हुए 5909.30 करोड़ रुपये का ज्ञापन भेजा है। इस प्रस्ताव के जरिये प्रदेश सरकार ने केंद्र से तुरंत राहत राशि जारी करने का मामला उठाया है। 

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    प्रदेश में 2023 में मानसून के दौरान 12 हजार करोड़ रुपये का ज्ञापन भेजा गया था। नुकसान के आधार पर वित्तीय मदद मांगी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हिमाचल दौरे के दौरान राज्य को 1500 करोड़ की मदद की घोषणा की थी।

    47 बादल फटने की घटनाएं हुईं

    केंद्र को भेजे गए ज्ञापन में बरसात के दौरान बादल फटने की 47 घटनाएं, 97 अचानक बाढ़ और 149 भूस्खलन की घटनाएं दर्शाई हैं। इसमें  कुल 454 मौतें हुईं, जिसमें आपदा के तहत 254 लोगों की बाढ़, भूस्खलन व अन्य कारणों से मौत और 190 की सड़क हादसों के कारण मौत हुई। प्रदेश में मानसून के दौरान हुए नुकसान और गृह मंत्रालय के मापदंडों के आधार पर दावा किया गया है।

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    मंडी में मलबा निकालने को 22.48 करोड़ खर्च

    मंड में बरसात के दौरान आई आपदा में घरों आदि में भरे मलबे को निकालने के लिए 22.48 करोड़ की राशि खर्च की गई। ये राशि 11 उपमंडलों में खर्च की गई। 1354664.89 क्यूबिक मीटर मलबा निकाला गया है।

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    प्रदेश में मानसून के दौरान हुए नुकसान को लेकर केंद्र को 5909.30 करोड़ का ज्ञापन भेज गया है। जिसमें नुकसान के साथ बरसात के दौरान बादल फटने, अचानक बाढ़ और सामान्य से अधिक वर्षा आदि के बारे में पूरी जानकारी फोटो सहित भेजी है।
    -डीसी राणा, विशेष सचिव, आपदा प्रबंधन।

    प्रदेश में कब-कब हुई अधिक वर्षा 

    • अवधि             सामान्य से अधिक प्रतिशत में 
    • 30 जून से 1 जुलाई        42 से 1146
    • 5 व 6 अगस्त         8 से 485
    • 24 से 26 अगस्त         102 से 910  
    • 30 अगस्त से 4 सितंबर    91 से 870
    • 15 व 16 सितंबर         09 से 1504

    प्रदेश में हुए नुकसान का डाटा 

    • लोक निर्माण विभाग         3009.86
    • जलशक्ति विभाग        1476.15
    • बिजली आधारभूत ढांचा    297.30
    • आवास क्षेत्र         114.74    
    • बागबानी            83.24
    • कृषि को नुकसान        62.85
    • शहरी निकायों         53.72
    • ग्रामीण विकास        156.21
    • स्वास्थ्य आधारभूत ढांचा     11.43
    • स्कूलों को नुकसान        118.98
    • मत्स्य पालन विभाग        12.18
    • पशुपालन विभाग        3.50
    • अनुग्रह राहत का दावा        18.16