Himachal Disaster: कुदरत का कहर! भूस्खलन से दो NH सहित 347 सड़कें बंद, अब तक 8468 करोड़ का नुकसान; 372 की मौत
हिमाचल प्रदेश में भारी वर्षा के बाद अभी भी सड़कों के न खुलने से बागवानों और किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सड़कों के बंद होने के कारण सेब और सब्जियां को बाजार तक पहुंचाना मुश्किल हो रहा है और ऐसे में पीठ पर लादकर पहुंचाने से खर्च ज्यादा आ रहा है। प्रदेश में अब तक नुकसान का आकलन 8468.25 करोड़ पहुंच गया है।

शिमला, राज्य ब्यूरो: प्रदेश में भारी वर्षा के बाद अभी भी सडकों के न खुलने से बागवानों और किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सड़कों के बंद होनं के कारण सेब और सब्जियां को बाजार तक पहुंचाना मुश्किल हो रहा है और ऐसे में पीठ पर लादकर पहुंचाने से खर्च ज्यादा आ रहा है।
प्रदेश में दाे एनएच सहित 347 सड़कें यातायात के लिए बंद है। इन्हें खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश में बंद सड़कों में मंडी में 182, सोलन में 53, शिमला में 39, कुल्लू में 32, कांगड़ा में 14, हमीरपुर में 13,, बिलासपुर में 7, सिरमौर में चार, किन्नौर में दो,चंबा में एक, सड़कें बंद हैं।
शनिवार को शिमला सहित कई स्थानों पर सुबह वर्षा हुई। धर्मशाला में 16.3 मिलीमीटर, बिलासपुर में दस, पालमपुर व शिमला में आठ-आठ मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है।
मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए ताजा पूर्वानुमान के अनुसार आगामी पांच दिनों तक अधिकतर स्थानों पर धूप खिलने और बादल छाने की संभावना है। जबकि एक दो स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है।
नुकसान का आकलन पहुंचा 8468.25 करोड़
प्रदेश में अब तक नुकसान का आकलन 8468.25 करोड़ पहुंच गया है। अभी तक 372 लोगों की विभिन्न कारणों से मौत हो चुकी है। जिसमें से 139 लोगों की माँत भूसखलन, बाढ़ और बादल फटने के कारण हुई है।
मानसून के दौरान 2400 मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो चुके हैं। 10338 मकानों को नुकसान हुआ है। 303 दुकानों के साथ 5133 गौशालाओं को नुकसान पहुंचा है। प्रदेश में अब तक हुए नुकसान में लोकनिर्माण विभाग का नुकसान बढ़कर 2829.04 करोड़, जल शक्ति विभाग को 2074.57 करोड़, बिजली बोर्ड को 1731.23 करोड़ का नुकसान हुआ है।
स्थान, न्यूनतम, अधिकतम
- शिमला,13.6,24.8
- सुंदरनगर,21.3,31.5
- भुंतर,20.3,31.5
- कल्पा,10.6,21.4
- धर्मशाला,18.2,27.0
- ऊना,21.0,34.6
- नाहन,22.0,28.8
- केलंग,9.2,17.8
- सोलन,19.6,29.0
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