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    Himachal News: राज्य में बारिश से हुई तबाही के बाद अब वर्षा न होने से इन फसलों पर संकट; जानें कितना हुआ नुकसान

    By Yadvinder SharmaEdited By: Shoyeb Ahmed
    Updated: Thu, 14 Sep 2023 07:08 PM (IST)

    हिमाचल के कई इलाकों में हाल ही में हुई मॉनसून में भारी वर्षा के कारण अब कई इलाकों में बारिश न होने से फसलों पर दोहरी मार पड़ रही है। पहले फत की वर्षा बादल फटने भूस्खलन के कारण राज्य में 358 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ। अब वर्षा न होने से धान मक्की और सब्जियों के उत्पादन के लिए संकट पैदा हो गया है।

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    राज्य में बारिश से हुई तबाही के बाद अब वर्षा न होने से फसलों पर संकट

    शिमला, राज्य ब्यूरो। Himachal Crop पहाड़ी राज्य हिमाचल में मॉनसून (Monsoon in Himachal) और उसके बाद वर्षा न होने की दोहरी मार पड़ रही है। पहले फत की वर्षा, बादल फटने, भूस्खलन (Rain, Cloud Burst & Landslide) के कारण 358 करोड़ से अधिक का नुकसान हो गया। किसानों की कई-कई बीघा में लगी फसल खेत के साथ अब गई। अब वर्षा न होने से धान, मक्की और सब्जियों के उत्पादन के लिए संकट पैदा हो गया है।

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    जिन किसानों ने समय से पूर्व व समय पर बुआई की उन्हें तो फिर भी कुछ उत्पादन का हिस्सा मिला है लेकिन देर से बुआई करने वालों के लिए संकट खड़ा हो गया है। इन दिनों धान और मक्की की फसल (Paddy & Corn Corps) तैयार होने वाली है और ऐसे में बारिश के न होने से दाने का आकर बेहतर हो सकता है।

    सब्जियों में लगे फूल गिरने लगे हैं

    उधर सब्जियों में फूल लगने के बाद वर्षा के होने से वह गिरने लगे हैं और सब्जियां लगने के बाद सूख रही हैं। प्रदेश में 8500 हेक्टेयर क्षेत्र में लगी फसलों के बह जाने के कारण अभी 141 करोड़ का नुकसान हुआ।

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    मॉनसून में हुई ज्यादा वर्षा से हुआ नुकसान

    वैज्ञानिकों की मानें इन दिनों वर्षा की बहुत आवश्यकता है। पश्चिमी विक्षोभ के असर से वर्षा की संभावना जताई जा रही है लेकिन गिने-चुने स्थानों पर न के बराबर वर्षा हो रही है। मॉनसून के दौरान सामान्य से अधिक व तेज वर्षा हुई जो नुकसान कर गई। सबसे अधिक नुकसान वर्षा न होने से मक्की, धान और सब्जियों को हो रहा है। ऐसे में बारिश न होने से 20 प्रतिशत तक और नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है।

    कहां और कितना हुआ फसल का नुकसान

    प्रदेश में मॉनसून के दौरान कृषि फसलों को हुए नुकसान में अब तक सबसे अधिक नुकसान कुल्लू में 93.12 करोड़, मंड़ी में 61.41 करोड़ का नुकसान हुआ है। सब्जियों को 205 करोड़ से अधिक का नुकसान होने के साथ मक्की की फसल को 104 करोड़ का और धान की फसल को करीब 18 करोड़ का नुकसान अब तक हो चुका है।

    भारी बारिश, बाढ़, बादल फटने से हुए नुकसान की जिला आधार पर रिपोर्ट

    फसल आधार पर नुकसान

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