हिमाचल प्रदेश में दूध उत्पादकों को दो महीने से नहीं हुआ भुगतान, किसानों ने मुख्यमंत्री से पूछे सवाल
हिमाचल प्रदेश में दूध उत्पादकों को दो महीने से भुगतान नहीं मिला है, जिससे किसान परेशान हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप करने की गुहार लगाई है। किसानों का कहना है कि भुगतान में देरी से उन्हें आर्थिक समस्या हो रही है। सरकार ने जल्द ही भुगतान करने का आश्वासन दिया है।

हिमाचल प्रदेश दुग्ध उत्पादकों को दो महीने से भुगतान नहीं हुआ है।रामपुर में पत्रकारों से बातचीत करते किसान।
संवाद सहयोगी, रामपुर बुशहर (शिमला)। हिमाचल प्रदेश में दूध उत्पादकों को लंबे समय से भुगतान नहीं हो पाया है। दुग्ध उत्पादक संघ ने रामपुर में आयोजित प्रेस वार्ता में सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले दो महीनों से दुग्ध उत्पादकों को दूध का भुगतान नहीं मिल रहा है, जिससे प्रदेश के गरीब व मध्यमवर्गीय किसानों की कमर टूट गई है।
नवरात्र, दशहरा, करवा चौथ जैसे बड़े त्यौहार बीत गए, लेकिन किसानों व दूध उत्पादकों के खाते में एक रुपया तक नहीं आया।
दूध उत्पादक संघ ने मुख्यमंत्री से पूछे सवाल
रामपुर में आयोजित पत्रकार वार्ता में संघ के संयोजक प्रेम चौहान ने मुख्यमंत्री से सवाल किया है कि जब सरकार किसानों के नाम पर योजनाओं और सब्सिडी की घोषणाएं करती है, तो फिर जमीन पर उसका असर क्यों नहीं दिखता, क्या किसानों की मेहनत का कोई मूल्य नहीं? बढ़ती महंगाई और पशुपालन की लागत ने हालात बद से बदतर बना दिए हैं। चारा, चोकर, दवाइयों और पशुओं की देखभाल पर खर्च बढ़ गया है और आमदनी ठप पड़ी है। कई पशुपालक मजबूरी में दूध सप्लाई बंद करने या पशु बेचने तक की सोचने लगे हैं।
छोटे किसान आजीविका के लिए इसी पर निर्भर
हिमाचल जैसे पहाड़ी प्रदेश में दुग्ध उत्पादन ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी है। दूध उत्पादन से जुड़ा वर्ग, खासकर छोटे किसान, अपनी आजीविका के लिए पूरी तरह इसी पर निर्भर है। ऐसे में यह लापरवाही किसानों के विश्वास के साथ-साथ प्रदेश के विकास के लिए भी घातक हो सकती है।
हक कब मिलेगा?
उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि मुख्यमंत्री और मिल्क फेडरेशन के चेयरमैन को सामने आकर जवाब देना चाहिए कि आखिर भुगतान में देरी क्यों हो रही है। जनता जानना चाहती है कि कब मिलेगा उनका हक?
बड़े आंदोलन की चेतावनी
उन्होंने कहा कि 14 अक्टूबर को सभी ब्लॉकों में एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा जाएगा और 30 अक्टूबर को ब्लॉक स्तर पर बड़े स्तर पर प्रदर्शन किए जाएंगे। संघ ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने जल्द बकाया भुगतान नहीं किया तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। इस मौके पर सुभाष ठाकुर, तुला राम शर्मा और दीप कनेन भी उपस्थित रहे।
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