'हिमाचल देवभूमि है, लोग पूजा भी करते हैं और नशा भी'; राज्यपाल बोले- योग से ही आएगी शुद्धता
राजभवन में आयोजित योग सत्र के बाद मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए राज्यपाल शुक्ल ने कहा कि महर्षि पतंजलि ने भगवान शिव के सानिध्य में योग को विस्तार दिया। आज योग अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के महर्षियों का प्रतिनिधित्व कर रहा है। इस दौरान राज्यपाल ने प्रधानमंत्री मोदी को बधाई दी।
योग करते लोग। फोटो जागरण
राज्य ब्यूरो, शिमला। 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग सत्र के बाद राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में बढ़ते नशे पर जताई चिंता। उन्होंने कहा कि हिमाचल देवभूमि है, लोग पूजा करते हैं तो नशा भी करते हैं। योग से जुड़कर ही शुद्धता होगी।
राजभवन में आयोजित योग सत्र के बाद मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए राज्यपाल शुक्ल ने कहा कि महर्षि पतंजलि ने भगवान शिव के सानिध्य में योग को विस्तार दिया। आज योग अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के महर्षियों का प्रतिनिधित्व कर रहा है।
इस दौरान राज्यपाल ने प्रधानमंत्री मोदी को बधाई दी। साथ ही योग दिवस पर हिमाचल में बढ़ते नशे पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि हिमाचल देवभूमि है, लोग पूजा करने जाते हैं साथ ही नशा भी करते हैं।
उन्होंने कहा की बुराइयों को दूर करना चाहिए। योग से जुड़कर नशा भी दूर होगा और हिमाचल की शुद्धता भी होगी। हिमाचल का दर्शन करने लोग श्रद्धा के साथ आते हैं। ऐसे में हिमाचल के लोगों को इस बारे में सोचना चाहिए।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि योग की शास्वत प्रासंगिकता है और यह अध्यात्मिक, मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि योग मानव जगत के लिए भारत के ऋषि मुनियों का एक अनमोल उपहार है। यह न केवल शरीर को मजबूत बनाता है बल्कि मन और आत्मा को जोड़ने का माध्यम भी है।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के योग विभाग के प्रो. सत्य प्रकाश पाठक द्वारा इस अवसर पर योग सत्र का संचालन किया गया। राज्यपाल के सचिव सीपी वर्मा, अधिकारियों, विद्यार्थियों और राजभवन के कर्मचारियों ने भी योग सत्र में भाग लिया।
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