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    Himachal में स्नातक कक्षाओं का पाठ्यक्रम बदलेगा, राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत होगा तैयार

    Himachal News हिमाचल प्रदेश में स्नातक कक्षाओं के पाठ्यक्रम में बदलाव किया जाएगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत कालेज में पढ़ाए जाने वाले नए पाठ्यक्रम को अंतिम रूप दिया जाएगा। इस शिक्षा नीति को कैसे बेहतर तरीके से लागू किया जा सकता है।

    By Jagran NewsEdited By: Jagran News NetworkUpdated: Thu, 23 Feb 2023 10:06 AM (IST)
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    हिमाचल प्रदेश में स्नातक कक्षाओं के पाठ्यक्रम में बदलाव किया जाएगा।

    शिमला, जागरण संवाददाता। हिमाचल प्रदेश में स्नातक कक्षाओं के पाठ्यक्रम में बदलाव किया जाएगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत कालेज में पढ़ाए जाने वाले नए पाठ्यक्रम को अंतिम रूप दिया जाएगा।

    इस शिक्षा नीति को कैसे बेहतर तरीके से लागू किया जा सकता है। इस पर चर्चा की जाएगी। पाठ्यक्रम को 31 मार्च से पहले तैयार करने का लक्ष्य है। इससे पहले सभी को बोर्ड आफ स्टडीज की मीटिंग करनी होगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर अगली बैठक 15 दिन के भीतर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला में होगी। 

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    प्रशासन सेमिनार करवाएगा

    इससे पहले पूरे पाठ्यक्रम का खाका तैयार करके अगली बैठक में इसे मंजूरी के लिए रखने के निर्देश दिए गए हैं। हर विषय के लिए एक कमेटी का गठन किया है, जो पाठ्यक्रम को तैयार करेगी। इसके लिए हर जिला मुख्यालय में विश्वविद्यालय प्रशासन सेमिनार करवाएगा।

    शिक्षा नीति को बेहतर तरीके करने के लिए

    हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला में बुधवार को राष्ट्रीय शिक्षा नीति को बेहतर तरीके से लागू करने के लिए प्रति कुलपति प्रो. ज्योति प्रकाश की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में निर्णय हुआ कि 8 सेमिनार में किसी और रिसोर्सपर्सन को बुलाने की जरूरत होगी तो उसे बुलाया जा सकेगा। इस नीति के तहत नियम बनाने के लिए कमेटी का गठन किया गया है। स्नातक कक्षाओं में नियम बनाने के लिए आजाद कमेटी का गठन किया गया।

    रोजगारपरक पाठ्यक्रम तैयार करेगी

    रोजगारपरक कोर्सों को मिलेगा बढ़ावा विश्वविद्यालय सहित कालेज में रोजगारपरक कोर्स को बढ़ावा देने के लिए कमेटी का गठन किया है। कमेटी नियम और रोजगारपरक पाठ्यक्रम तैयार करेगी। बैठक में विश्वविद्यालय के डीन आफ स्टडी प्रो. कुलभूषण चंदेल, सभी विभागों के शिक्षक व अन्य सदस्य मौजूद रहे।