Himachal News: बागवानों के लिए राहत भरी खबर! सेब को मंडी तक पहुंचाने के लिए लगाए जाएंगे अतिरिक्त ट्रक
प्रदेश सरकार ने बागबानों को सेब की पेटियों को समय पर बाजार पहुंचाने के लिए अतिरिक्त ट्रक लगाने के निर्देश दिए हैं। सड़कों को प्राथमिकता से खोलने के आदेश दिए गए हैं ताकि सेब और अन्य फल समय पर मंडियों तक पहुंच सकें। इस वर्ष 1.90 करोड़ सेब की पेटियां मंडियों में पहुंच चुकी हैं। वर्षा के कारण सेब का रंग काला पड़ गया है।

राज्य ब्यूरो, शिमला। बागबानों को राहत पहुंचाने के लिए प्रदेश सरकार ने सेब की पेटियों को समय पर बाजार पहुंचाने के लिए अतिरिक्त ट्रक लगाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही जो सड़कें बंद हैं, उन्हें प्रमुखता के आधार पर खोलने को कहा है, जिससे सेब और अन्य फलों को समय पर बाजार तक पहुंचाया जा सके।
प्रदेश से अभी तक 20 किलो वजन की कुल एक करोड़ 90 लाख सेब की पेटियां देश की विभिन्न मंडियों में पहुंच चुकी हैं। पिछले साल इस समय तक 53 लाख कम पेटियां (1.37 करोड़) बाजार में पहुंची थी। इसका एक कारण यह भी रहा था कि तब सेब का उत्पादन भी कम हुआ था।
इस बार इतनी अधिक पेटियों के बाजार में पहुंचने के बावजूद उचित दाम न मिलने से सेब कारोबार कम रहा है। प्रदेश में लगातार हो रही वर्षा के कारण अधिकतर स्थानों पर सेब का रंग काला पड़ गया है। यही नहीं ड्रापिंग के कारण भी सेब की फसल को नुकसान हुआ है, जिसके कारण सी ग्रेड सेब की संख्या ज्यादा है।
सेब पेटियों का सुचारू परिवहन सुनिश्चित करने के लिए क्षतिग्रस्त सड़कों को रिकार्ड समय में या तो बहाल कर दिया गया है या अस्थायी रूप से जोड़ा गया है। प्रदेश सरकार सेब उत्पादकों की सुविधा के लिए रात-दिन काम कर रही है। प्रदेश में इस वर्ष 3.40 करोड़ सेब की पेटियों के उत्पादन का अनुमान है। बीते वर्ष 2.60 करोड़ सेब पेटियां ही मंडी तक पहुंची थी।
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