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    Himachal News: सरकार ने परिवहन निगम को जारी 67.50 करोड़,अब कर्मचारियों को मिलेगा वेतन और पेंशनभोगियों को पेंशन

    By Jagran NewsEdited By: Narender Sanwariya
    Updated: Wed, 14 Jun 2023 06:00 AM (IST)

    परिवहन निगम के कर्मचारी व अधिकारी बेसब्री के साथ वेतन मिलने का इंतजार कर रहे थे। वित्त विभाग की ओर से आज दोपहर उक्त धनराशि जारी की गई। सरकार छह माह में परिवहन निगम कर्मचारियों व पेंशनर्ज के लिए तिथि निर्धारण नहीं कर पाई है।

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    Himachal News: सरकार ने परिवहन निगम को जारी 67.50 करोड़,अब कर्मचारियों को मिलेगा वेतन और पेंशनभोगियों को पेंशन

    शिमला, राज्य ब्यूरो। हिमाचल प्रदेश सरकार ने राज्य पथ परिवहन निगम को वेतन-पेंशन के लिए 67.50 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की है। एक-दो दिनों के भीतर वेतन-पेंशन का इंतजार कर रहे कर्मचारियों व पेंशनभोगियों को वेतन-पेंशन बैंक खाते में पहुंचेंगी। निगम के कर्मचारियों को पिछले माह दस तारीख को वेतन मिला था तो पेंशनर्ज को माह के अंत में तीस तारीख को पेंशन नसीब हुई थी।

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    परिवहन निगम के कर्मचारी व अधिकारी बेसब्री के साथ वेतन मिलने का इंतजार कर रहे थे। वित्त विभाग की ओर से आज दोपहर उक्त धनराशि जारी की गई। सरकार छह माह में परिवहन निगम कर्मचारियों व पेंशनर्ज के लिए तिथि निर्धारण नहीं कर पाई है। जबकि ये कहा गया था कि वेतन और पेंशन के लिए तय तारीख रहेगी। कर्मचारियों के बैंक खातों में वेतन पहुंचने से पहले कोषागार से वेतन बिल पारित होगा, इसके लिए टोकन मिलेगा।

    वेतन-पेंशन संबंधी औपचारिकता परिवहन निदेशक से बिल पारित होने से पूरी होगी। इसमें एक-दो दिन का समय लगना स्वभाविक है। 15 जून तक मई का वेतन मिलेगा परिवहन निगम के कर्मचारियों को पंद्रह जून तक पिछले मई माह का वेतन मिलेगा। इस बार पेंशनर्ज खुश होंगे, क्योंकि उन्हें महीने की तीस तारीख तक पेंशन के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। कर्मचारियों का वेतन 45.50 करोड़ मासिक बनता है तो पेंशनर्ज की पेंशन 22 करोड़ रुपये प्रतिमाह।

    परिवहन निगम में करीब आठ हजार कर्मचारी हैं और 7200 पेंशनर्ज की संख्या है। बयान हिमाचल प्रदेश एचआरटीसी चालक यूनियन के प्रांत अध्यक्ष मान सिंह ठाकुर का कहना है कि वेतन भुगतान की निर्धारित तारीख होनी चाहिए। उस तारीख को निगम प्रबंधन प्रदेश सरकार के साथ चर्चा करके निर्धारित कर ले, फिर उसी तय तारीख को कर्मचारियों के बैंक खातों में वेतन डलना चाहिए। हमारी हालत तो ये है कि वेतन सहित ओवर टाइम और अन्य भत्ते कभी भी समय पर नहीं मिलते। जबकि रोजाना तीन से पांच सौ रुपये का खर्चा होता है।