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    Himachal: मजदूर को 240 तो मिस्त्री को 424 रुपए दिहाड़ी... मनरेगा श्रमिकों के लिए हिमाचल को केंद्र से मिले 168.10 करोड़

    Updated: Tue, 23 Jan 2024 11:13 AM (IST)

    Himachal हिमाचल प्रदेश में मनरेगा के तहत हो रहे कार्यों और मजूदरी को लेकर केंद्र की मोदी सरकार ने राशि जारी की है। प्रदेश में अभी तक केंद्र सरकार से इस वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान केंद्र सरकार से 791.10 करोड़ की राशि जारी हो चुकी है। जबकि अभी तक 879.65 करोड़ रुपये मनरेगा के तहत खर्च हो चुके हैं।

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    मनरेगा श्रमिकों के लिए हिमाचल को केंद्र से मिले 168.10 करोड़

    राज्य ब्यूरो, शिमला। हिमाचल प्रदेश में मनरेगा के तहत हो रहे कार्यों और मजूदरी को लेकर केंद्र की मोदी सरकार ने राशि जारी की है। मोदी सरकार की तरफ से हिमाचल के लिए मनरेगा मजदूरी के 168.10 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। मनरेगा मजदूरी सीधे मनरेगा मजदूरों के खाते में आती है।

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    प्रदेश में अभी तक केंद्र सरकार से इस वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान केंद्र सरकार से 791.10 करोड़ की राशि जारी हो चुकी है। जबकि अभी तक 879.65 करोड़ रुपये मनरेगा के तहत खर्च हो चुके हैं।

    मजदूर को 240 तो मिस्त्री को 424 रुपए मिलते हैं

    वित्तीय वर्ष 2021-22 में प्रदेश के लिए 1088.50 करोड का मनरेगा का बजट था। जबकि इस वर्ष दस माह बीतने को हैं और अभी तक मात्र 3119.15 करोड़ रुपये ही मिला है। मनरेगा के तहत 20480 पंजीकृ परिवारों को सौ दिन का रोजगार मिला है। मनरेगा के तहत मजदूरी करने वालों को 240 रुपये प्रतिदिन जबकि मिस्त्री को 424 रुपये प्रतिदिन मजदूरी प्रदान की जा रही है।

    बरसात में प्रदेश में बहुत अधिक नुकसान हुआ और अब उसके बाद से मनरेगा के तहत कार्य हो रहे हैं। इसमें दीवारों से लेकर अन्य कार्य किए जा रहे हैं। बरसात के दौरान गांव के रास्तों को भी काफी नुकसान हुआ है। इन रास्तों की मरम्मत और बनाने का कार्य भी मनरेगा के तहत किया जा रहा है।

    प्रदेश में इस वित्तीय वर्ष के दौरान मनरेगा के तहत कार्य

    घटक राशि करोड़ों में

    • केंद्र सरकार से जारी 791.10
    • उपलब्धता 871.78
    • व्यय 879.65,
    • उपयोग 100.90 प्रतिशत
    • मजदूरी 545.59
    • सामग्री और कुशल मजदूरी 280.13
    • सामग्री 33.93 प्रतिशत
    • प्रशासनिक व्यय 53.92
    • प्रशासनिक व्यय 6.13 प्रतिशत
    • मजदूरी देय 8,34

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