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    Himachal Floods: अब रोमांच के लिए नदी-नालों के पास नहीं जा सकेंगे पर्यटक, बांध व खड्डों के पास तैनात SDRF जवान

    Updated: Mon, 12 Aug 2024 11:55 AM (IST)

    Himachal Floods हिमाचल प्रदेशमें अब पर्यटक रोमांच के लिए नदी और नालों के पास पर्यटकों के जाने पर पाबंदी लग गई है। बांध और खड्डों के पास SDRF जवानों को तैनात किया गया है। यह कदम लोगों की सुरक्षा के लिए ही उठाया गया है। वहीं प्रदेश सरकार ने जिला उपायुक्तों को निर्देश जारी किए हैं कि कोई भी व्‍यक्ति नदी-नालों के पास न जाने पाए।

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    Himachal Floods: बारिश से सतर्क हुआ हिमाचल प्रशासन (फाइल फोटो)

    राज्य ब्यूरो, शिमला। Himachal Floods: राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) के जवान और गृह रक्षक प्रदेश के नदी-नालों, बांध और खड्डों के किनारे पर्यटकों को आने से रोकेंगे। कुल्लू में ब्यास नदी सहित प्रदेश में 26 ऐसे स्थान चिह्नित किए गए हैं, जहां पर पर्यटक रोमांच के लिए चले आते हैं।

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    एसडीआरएफ की पुलिस महानिदेशक से हुई बैठक

    इस संबंध में एसडीआरएफ के अधीक्षक अर्जित सेन की पुलिस महानिदेशक अतुल वर्मा से बैठक हो चुकी है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि दूसरे राज्यों से हिमाचल में घूमने के लिए आने वाले पर्यटक बहता पानी देखकर उसके नजदीक चले जाते हैं और जीवन को संकट में डालते हैं।

    कुछ साल पहले औट में हैदराबाद से आए इंजीनियरिंग के छात्रों के दल में से 23 की बहने के कारण मृत्यु हो गई थी। उस समय प्रदेश सरकार ने जिला उपायुक्तों को निर्देश जारी किए थे कि नदियों व खतरनाक नालों के किनारे सूचना पट्ट लगाएं जाएं कि पानी के समीप जाने का कोई भी प्रयास न करें।

    लापरवाही से हर साल होती हैं बड़ी घटनाएं

    सामने आया है कि हर साल पर्यटक नदी-नालों के बीच में जाने का प्रयास करते हैं। पानी के तेज बहाव के कारण भयावह घटनाओं की चपेट में आकर कई लोगों की मौत हो चुकी है।

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    हर वर्ष बच्चे, युवा, महिलाएं बहते पानी में सेल्फी लेने के चक्कर में जीवन जोखिम में डालते हैं। इस तरह की घटनाएं कुल्लू घाटी में ब्यास के आसपास सर्वाधिक होती हैं। इसके अतिरिक्त पौंग डैम, बिलासपुर के गोविंद सागर और छोटे नदी-नालों में भी लोग पानी में उतरते रहे हैं।

    पर्यटकों व स्थानीय लोगों को नदी-नालों के समीप जाने से रोकने के लिए पहली बार एसडीआरएफ और गृह रक्षक जोखिम भरे स्थानों पर तैनात रहेंगे। शुरुआत में चिह्नित किए स्थलों में दो जवान ड्यूटी देंगे। देखने में आया है कि दूसरे राज्यों के लोग पानी को देखकर रोमांचित हो जाते हैं और इसके खतरे से बेखबर रहते हैं। ऐसी घटनाएं रोकने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। -अर्जित सेन, अधीक्षक राज्य आपदा मोचन बल पुलिस मुख्यालय।