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    हिमाचल बोर्ड की परीक्षा में खराब परिणाम देने वालों की बढ़ी मुश्किल, 320 शिक्षकों को भेजा कारण बताओ नोटिस

    Updated: Fri, 18 Jul 2025 03:25 PM (IST)

    हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में खराब प्रदर्शन करने वाले 320 शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने इन शिक्षकों का पिछला रिकॉर्ड जांचने के निर्देश दिए हैं और खराब प्रदर्शन करने वालों की वेतन वृद्धि रोकने की बात कही है।

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    हिमाचल में 320 शिक्षकों को भेजा कारण बताओ नोटिस जारी (फाइल फोटो)

    राज्य ब्यूरो, शिमला। प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से आयोजित 10वीं व जमा दो की वार्षिक परीक्षाओं में खराब परिणाम देने वाले 320 शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं।

    शिक्षकों से जवाब मांगा है। जवाब आने पर आगामी कार्रवाई होगी। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर की अध्यक्षता में विभाग की समीक्षा बैठक में इस पर चर्चा हुई।

    शिक्षा मंत्री ने स्कूल शिक्षा निदेशक को निर्देश दिए कि इन शिक्षकों का पिछला रिकार्ड भी जांचा जाए। ऐसे शिक्षकों की सूची अलग से तैयार करें जिनके विषयों का परिणाम लगातार खराब आ रहा है। विभाग इन शिक्षकों की वार्षिक वेतन वृद्धि रोकने के साथ वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट (एसीआर) में भी प्रविष्टि दर्ज करेगा।

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    शिक्षा मंत्री ने कर्मठ शिक्षकों, विशेषकर ऐसे शिक्षकों जो दुर्गम क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, के समर्पण की सराहना की। इन शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा।

    बैठक में जिला मंडी में आई आपदा के दौरान क्षतिग्रस्त विद्यालयों एवं महाविद्यालयों की रिपोर्ट पर चर्चा की गई। उन्होंने अधिकारियों को बुरी तरह से प्रभावित विद्यालयों एवं महाविद्यालयों के मरम्मत एवं पुनर्निर्माण के कार्यों में तेजी के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वह शीघ्र मंडी के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे।

    शिक्षा मंत्री ने उठाए सवाल

    शिक्षा मंत्री ने आपदा से क्षतिग्रस्त स्कूलों व कॉलेजों के निर्माण स्थल के चयन पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कई ऐसे क्षतिग्रस्त स्कूल व कॉलेज हैं जिनके निर्माण स्थल का चयन गलत था, या फिर नदियों एवं खड्डों के समीप बनाए गए थे, इसलिए इन्हें नुकसान हुआ।

    अब विभाग ने निर्णय लिया है कि निर्माण स्थल के चयन व शैक्षणिक संस्थानों को छात्रों एवं भवनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नदियों एवं नालों से दूर निर्मित करने की जिम्मेदारी उपनिदेशकों की होगी। जमीन चयन की जिम्मेदारी भी उपनिदेशकों की होगी।

    शिक्षा मंत्री ने राजीव गांधी आदर्श डे-बोर्डिंग विद्यालयों, अटल आदर्श विद्यालयों और शिक्षकों की लंबित भर्ती सहित शिक्षा विभाग की विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की।

    शिक्षा विभाग के प्रयास की हुई सराहना

    उन्होंने अधिकारियों को भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए। शिक्षा मंत्री ने महाविद्यालयों की नैक रैंकिंग को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। बैठक में प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन की सीईओ डॉ. रुकमणि बैनर्जी ने शिक्षा विभाग के प्रयासों की सराहना की।

    बैठक में निदेशक उच्च शिक्षा डॉ. अमरजीत शर्मा, निदेशक स्कूल शिक्षा आशीष कोहली, परियोजना निदेशक राज्य समग्र शिक्षा अभियान राजेश शर्मा और विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद थे।