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    Himachal Disaster: 17 लोगों से लिए DNA सैंपल, सालों बाद भी कोई शव मिलेगा तो इससे हो सकेगी पहचान

    Updated: Mon, 05 Aug 2024 07:41 PM (IST)

    Himachal Disaster आपदा के बाद अभी भी लोगों को अपने परिजनों की तलाश है। समेज खड्ड के पास वे नम आंखों से अपनों का इंतजार कर रहे हैं। वहीं जो शव मिले हैं उसकी पहचान करना मुश्किल हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी डीएनए सैंपल एफपीए कार्ड में लिए हैं। इसमें सैंपल को सालों साल सुरक्षित रखा जा सकता है।

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    Himachal Disaster: शवों की पहचान के लिए डीएनए सैंपल।

    संवाद सहयोगी, रामपुर बुशहर। 31 जुलाई की रात समेज आई आपदा से पांचवें दिन भी लापता हुए लोगों के परिजन कभी ना भुला पाने वाले इस मंजर से उभर नहीं पा रहे हैं। जहां एक ओर अपने परिजनों को खोने का गम कम नहीं हो रहा है। वहीं दूसरी ओर सतलुज से जो शव मिल रहे हैं, उनकी पहचान न होने से उनका दुख बढ़ता ही जा रहा है।

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    समेज में पांचवें दिन भी सोवमार को सुबह सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया, लेकिन वहां पर अभी किसी प्रकार की कामयाबी प्रशासन के हाथ नहीं लगी है। हालांकि प्रशासन की ओर से हर वो प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे लापता लोगों का जल्द पता चल सके। अभी तक दो शव रामपुर के डकोलड और दो शव सुन्नी के पास मिले हैं। ये पूरी तरह से क्षत-विक्षत स्थिति में है।

    डीएनए की मदद से की जाएगी शव की पहचान

    शवों की पहचान करने का एक मात्र विकल्प अब डीएनए जांच ही प्रशासन के पास बचा है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग रामपुर ने रविवार को समेज में 17 लोगों के डीएनए सैंपल लिए हैं। सोमवार को भी यह क्रम जारी रहा। ऐसे में यदि कोई शव यदि पहचान में नहीं आता है तो डीएनए की मदद से उसकी पहचान की जा सकेगी।

    एफपीए कार्ड में लिए डीएनए सैंपल

    स्वास्थ्य विभाग ने सभी डीएनए सैंपल एफपीए कार्ड में लिए हैं। इसमें सैंपल को सालों साल सुरक्षित रखा जा सकता है। रविवार को डकोलड में मिले शवों की पहचान नहीं हो पाई है। जिनके डीएनए सैंपल लेकर जुन्गा भेजे जा रहे हैं। साथ जिन लोगों के सैंपल समेज में लिए थे, वे स्वास्थ्य विभाग फोरेंसिक लैब जुन्गा भेजा जा रहा है, ताकि शवों की पहचान हो सके।

    समेज गांव से 17 लोगों के डीएनए सैंपल लिए गए हैं, जिन्हें एफपीए कार्ड में लिया गया है जो सालों-साल सुरक्षित रखे जा सकते हैं। सभी सैंपल जुन्गा स्थित फोरेंसिक लैब भेजे जा रहे हैं।

    - डॉ. आरके नेगी, खंड स्वास्थ्य अधिकारी।

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