Himachal Disaster: 310 पहुंचा मौत का आंकड़ा, बाढ़ और भूस्खलन से तीन हजार करोड़ का नुकसान; 600 से ज्यादा सड़कें बंद
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश बाढ़ और भूस्खलन से 3000 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है और इस मानसून सीजन में आपदा से संबंधित घटनाओं में 310 लोगों की जान गई है। राज्य में सड़कें बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित है और कई राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हैं। मौसम विभाग ने लोगों को अनावश्यक यात्रा से बचने और सतर्क रहने की सलाह दी है।
डिजिटल डेस्क, शिमला। Himachal Weather Report: उत्तरी राज्यों में इस दौरान मौसम कहर ढहा रहा है, जहां जम्मू-कश्मीर में बारिश और भूस्खलन का दौर जारी है। वहीं, हिमाचल में भी अनवरत बाढ़ और भूस्खलन से जुड़ी खबरें लगातार बढ़ती जा रही हैं।
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश, बाढ़ और उससे जुड़ी तबाही के कारण 3,000 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है, जिसका आकलन अभी भी जारी है। वहीं, इस मानसून सीजन में आपदा से संबंधित घटनाओं में 310 लोगों की मौत हो गई है।
राज्य के राजस्व, बागवानी और जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने एएनआई को बताया कि लगातार मौसम संबंधी व्यवधानों के कारण बहाली कार्य में समय लग रहा है। नेगी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में बारिश के कारण भारी नुकसान हुआ है।
600 से ज्यादा सड़कें बंद
सड़कें, बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित हुई है। कल शाम तक 793 सड़कें अवरुद्ध थीं। आज सुबह यह संख्या 683 हो गई। उन्होंने आगे कहा कि कुल्लू ज़िला, मनाली से बंजार तक, बुरी तरह प्रभावित हुआ है, जबकि मंडी और चंबा ज़िलों को भी भारी नुकसान हुआ है।
उन्होंने कहा कि हमारे विभाग में, सभी उप-मंडल अधिकारी, एसडीआरएफ और अन्य एजेंसियाँ अपने कर्तव्यों का अच्छी तरह से पालन कर रही हैं। वर्तमान में, तीन प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हैं। इनमें एनएच-305 (मनाली-लेह मार्ग), एनएच-5 और एनएच-3 शामिल हैं।
'घरों से बाहर निकलने से बचें'
एसडीएमए ने चेतावनी दी है कि मानसून की स्थिति अभी भी सक्रिय है, जिससे भूस्खलन और बाढ़ का खतरा अधिक बना हुआ है। एसडीएमए ने लोगों से अनावश्यक यात्रा से बचने और आधिकारिक सलाह के प्रति सतर्क रहने का आग्रह किया है। वहीं, आगामी दिनों में भी मौसम यूं ही बना रहेगा।
(समाचार एजेंसी पीटीआई इनपुट के साथ)
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