हिमाचल में 53 लैंडस्लाइड, 58 फ्लड और 30 बादल फटने की घटनाएं, अब तक 219 की मौत
शिमला में मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश में बारिश और भूस्खलन के खतरे को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। राज्य में अगले चार दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। बारिश के कारण 360 सड़कें बंद हैं जिनमें औट-सैंज रोड भी शामिल है। मानसून की शुरुआत से अब तक बारिश से संबंधित घटनाओं में 112 लोगों की मौत हो चुकी है।

डिजिटल डेस्क, शिमला। हिमाचल प्रदेश में बारिश और भूस्खलन का कहर जारी है। मौसम विभाग ने एक बार फिर से ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। रविवार को हिमाचल प्रदेश के कुछ स्थानों पर सोमवार से गुरुवार तक चार दिनों के लिए भारी से बहुत भारी बारिश की ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
शिमला में मौजूद, मौसम विभाग केंद्र के अनुसार, राज्य के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश जारी रही। शनिवार रात से कांगड़ा में 68.4 मिमी बारिश हुई।
इसके बाद मुरारी देवी (52.6 मिमी), पालमपुर (52 मिमी), सराहन (25 मिमी), जुब्बड़हट्टी (17 मिमी), धर्मशाला (16.8 मिमी), पंडोह और बाजुरा (11.5 मिमी प्रत्येक), कुफरी (11.2 मिमी), बिलासपुर (10.4 मिमी) और कसौली (10 मिमी) में बारिश हुई।
360 सड़कें बंद
एनएच-305 का हिस्सा औट-सैंज रोड समेत कुल 360 सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दी गईं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, इनमें से 214 मंडी जिले में और 92 निकटवर्ती कुल्लू जिले में रविवार को अवरुद्ध थीं।
इस मानसून में अब तक बारिश से संबंधित घटनाओं में 112 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 37 लापता हैं। इसके अलावा, एसईओसी ने कहा कि 145 बिजली ट्रांसफार्मर और 520 जलापूर्ति योजनाएं प्रभावित हुई हैं।
वहीं, मानसून की बारिश के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 219 हो गई है, जिसमें वर्षाजनित घटनाओं में 112 लोगों की मौत हो गई है, जबकि सड़क दुर्घटनाओं में 107 लोगों की मौत हुई है। यह जानकारी राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) ने दी है।
1988 करोड़ का नुकसान
20 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से, हिमाचल प्रदेश ने 1,988 करोड़ रुपये के नुकसान की सूचना दी है। राज्य में अब तक 58 बाढ़, 30 बादल फटने और 53 बड़े भूस्खलन हुए हैं। मौसम कार्यालय ने कहा कि चालू मानसून सीजन के दौरान, राज्य में 445.5 मिमी की सामान्य बारिश के मुकाबले 507.3 मिमी बारिश हुई है।
(ANI इनपुट के साथ)
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