हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने किया बड़ा एलान, कुर्सी के लिए लाबिंग हुई तेज
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर राजनीति गरमाई हुई है। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि अध्यक्ष पद के लिए लॉबिंग तेज हो गई है और कई नेता दावेदारी पेश कर रहे हैं। पार्टी आलाकमान जल्द ही इस पर निर्णय लेगा। ठाकुर ने संगठन को मजबूत करने और सरकार के कामकाज पर संतोष जताया।

हिमाचल प्रदेश सरकार के शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर। जागरण आर्काइव
राज्य ब्यूरो, शिमला। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद को लेकर खींचतान चल रही है। 13 अक्टूबर के बाद अध्यक्ष पद के नाम का एलान हो जाएगा। हालांकि बताया जा रहा है कि सीएम सुक्खू के दिल्ली दौरे के दौरान हाईकमान ने इस पर निर्णय ले लिया है व लगभग एक नाम फाइनल कर दिया है। लेकिन अभी भी जद्दोजहद चल रही है।
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर भी अध्यक्ष पद की रेस में शामिल हैं। अब उन्होंने खुद यह बात स्वीकार की है। वीरवार को राज्य सचिवालय में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में शिक्षा मंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी आलाकमान ने उन्हें शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण विभाग की जिम्मेदारी सौंपी है। वे अपने पद से संतुष्ट हैं।
यदि हाईकमान उन्हें अध्यक्ष पद की नई जिम्मेदारी सौंपता है तो उसके लिए वह इंकार नहीं कर सकते। नई जिम्मेदारी निभाने के लिए वह तैयार है। उन्होंने कहा कि पार्टी का सिद्धांत है ‘एक व्यक्ति एक पद’। एक व्यक्ति एक ही पद रख सकता है। यदि उन्हें नई जिम्मेदारी मिलती है तो वह मंत्रिपद भी छोड़ देंगे। उन्होंने कहा कि जिम्मेदारी किसे सौंपनी है यह हाईकमान का निर्णय है।
13 अक्टूबर के बाद होगा एलान
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नए अध्यक्ष का ऐलान इसी महीने होगा। 13 अक्टूबर को राजधानी शिमला के रिज मैदान पर पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की रिज पर स्थापित प्रतिमा का अनावरण होना है। इस कार्यक्रम के बाद ही नए अध्यक्ष की तैनाती होगी।
रेस में कुलदीप राठौर और विनय कुमार भी
कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में शिमला संसदीय क्षेत्र से नेताओं के नाम सबसे आगे हैं। इसमें शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर के अलावा पूर्व अध्यक्ष व पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता कुलदीप राठौर का नाम भी रेस में सबसे आगे हैं। पार्टी के कई बड़े नेता, मंत्री भी चाहते हैं कि राठौर ही अध्यक्ष बनें। उनके पास संगठन का लंबा अनुभव है। जबकि विनय कुमार विधानसभा उपाध्यक्ष हैं व वीरभद्र सरकार में सीपीएस रह चुके हैं।
जातीय समीकरण के अनुसार वे अध्यक्ष के लिए प्रबल दावेदार बताए जा रहे हैं। बीते माह उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से भी मुलाकात की थी। वे भी कह चुके हैं कि हाईकमान उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपेगा उसे निभाने के लिए तैयार है।
पंचायत चुनाव के कारण नहीं होगी देरी
इस साल दिसंबर महीने में पंचायत चुनाव होने हैं। ऐसे में हाईकमान अब नए अध्यक्ष के साथ राज्य व जिला कार्यकारिणी का ऐलान करने में ज्यादा समय नहीं लगाएगी। राज्य अध्यक्ष का ऐलान होने के साथ राज्य कार्यकारिणी का गठन होगा। जिला अध्यक्षों की भी नियुक्ति की जाएगी। जिला अध्यक्ष आगे जिला कार्यकारिणी व ब्लॉक कार्यकारिणी गठित करेंगे। नवंबर 2024 से प्रदेश की कार्यकारिणी भंग है।
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