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    हिमाचल में कांग्रेस कार्यकारिणी में स्थान पाने के लिए युवा नेताओं में जंग, अध्यक्ष पद के लिए इन नामों पर मंथन

    Updated: Mon, 12 May 2025 03:40 PM (IST)

    हिमाचल प्रदेश कांग्रेस में कार्यकारिणी के गठन की प्रक्रिया तेज हो गई है। क्षेत्रीय और जातीय संतुलन के साथ युवा और वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारी मिलेगी। युवा कांग्रेस के कई पूर्व पदाधिकारियों को पीसीसी में बड़ा पद मिल सकता है। प्रदेश अध्यक्ष बदलने से नए समीकरण बनेंगे और मिशन 2027 के लिए राज्य जिला और खंड कार्यकारिणी में बदलाव होंगे।

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    कांग्रेस कार्यकारिणी में स्थान पाने के लिए युवा नेताओं में जंग

    राज्य ब्यूरो, शिमला। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस में कार्यकारिणी गठन की प्रक्रिया तेज हो गई है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी में एक तरफ क्षेत्रीय व जातीय संतुलन देखने को मिलेगा तो दूसरी तरफ युवा और वरिष्ठ नेताओं की भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।

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    पार्टी शीर्ष नेताओं ने इसको लेकर सुझाव लिए हैं। युवा कांग्रेस की पिछली कार्यकारिणी में अहम पदों पर रहे नेताओं को पीसीसी में बड़ा पद मिल सकता है। पूर्व युवा कांग्रेस अध्यक्ष निगम भंडारी युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व कर्नाटक के प्रभारी बन गए हैं।

    एक व्यक्ति एक पद सिद्धांत के चलते पीसीसी में उन्हें शामिल करने की संभावना न के बराबर है। कार्यकारी अध्यक्ष रहे यदोपति ठाकुर को महासचिव बनाया जाना तय है।

    युवा कांग्रेस में अध्यक्ष व कार्यकारी अध्यक्ष पदों पर रहे नेताओं को पीसीसी में यह स्थान मिलना तय है। इसी तरह पूर्व उपाध्यक्ष सुरजीत भरमौरी, होतम राम, प्रदीप सूर्या सहित दस के करीब नेता ऐसे हैं जिनकी पीसीसी में नियुक्ति हो सकती है।

    अध्यक्ष पद पर तैनाती से बदले पूरे समीकरण

    कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के स्थान पर नए अध्यक्ष की तैनाती होना तय है। पहले ऐसा माना जा रहा था कि केवल पीसीसी का ही गठन होगा। अब अध्यक्ष बदलने के साथ पीसीसी के लिए नए समीकरण बन गए हैं।

    मिशन-2027 पर आगे बढ़ रही कांग्रेस की राज्य, जिला व खंड कार्यकारिणी में कई बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। पार्टी में अपने नेताओं को शामिल करने के लिए जद्दोजहद होगी।

    यदि एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत को लागू किया जाता है तो नेता कार्यकारिणी में अपने लोगों को शामिल करने के लिए पूरा जोर लगाएंगे। मंत्री के अलावा बोर्ड व निगम में तैनात नेताओं को पीसीसी में जगह नहीं मिलेगी। 7 नवंबर को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के सभी राज्य, जिला और ब्लॉक-स्तरीय निकायों को भंग कर दिया था।

    अध्यक्ष की नियुक्ति से बदलेंगे समीकरण

    हिमाचल कांग्रेस कमेटी में एससी वर्ग से प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा है। कांगड़ा से यादवेंद्र गोमा व सोलन जिला से संबंध रखने वाले विनोद सुल्तानपुरी का नाम इसके लिए अब आगे बताया जा रहा है। यदि गोमा को अध्यक्ष बनाया जाता है तो मंत्रिमंडल में उनके स्थान पर किसी अन्य नेता को मौका मिलेगा।

    कांगड़ा व कुल्लू जिला से संबंध रखने वाले दो नेताओं को मंत्रिमंडल में स्थान मिल सकता है। शिमला संसदीय क्षेत्र से संबंध रखने वाले वरिष्ठ मंत्री को भी ड्राप किया जा सकता है। यदि ऐसा हुआ तो फिर उन्हीं के परिवार से एक नेता को कैबिनेट रैंक देकर चेयरमैन बनाया जाएगा।

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